धनतेरस के मौके पर लोगों ने सोने की खरीदारी से थोड़ी दूरी बनाकर रखी, वजह है सोने के आसमान छूते भाव. मंगलवार को धनतेरस के दिन सोने के भाव वायदा और बुलियन मार्केट दोनों ही जगहों पर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए. आज दिवाली से ठीक एक दिन पहले MCX पर सोने का दिसंबर वायदा ने 79,775 का नया रिकॉर्ड हाई बनाया है, फिलहाल सोना वायदा में करीब 400 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी दिख रहा है. अगर ऐसी ही तेजी रही तो आज या कल में सोना 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की ऊंचाई को भी छू सकता है.
1 साल में सोना 20,000 रुपये से ज्यादा महंगा
हालांकि सर्राफा मार्केट में ऑल इंडिया बुलियन एसोसिएशन के मुताबिक दिल्ली में सोना मंगलवार को 81,400 रुपये प्रति ग्राम के भाव पर मिल रहा था. पिछले साल की तुलना में जब धनतेरस 11 नवंबर 2023 के मनाया गया था, सोने का रेट 61,200 रुपये प्रति 10 ग्राम था. यानी एक साल में ही सोना 20,200 रुपये प्रति ग्राम तक बढ़ गया.
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन IBJA के मुताबिक आज यानी दिवाली के एक दिन पहले सोना का रेट 79,681 रुपये प्रति 10 ग्राम है, आज से ठीक एक महीना पहले IBJA पर जो सोने का रेट था, आज के रेट उससे 4,000 रुपये ज्यादा है.
सोने में तेजी सिर्फ घरेलू बाजार में नहीं है, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी सोना नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है. कॉमेक्स पर सोने का दिसंबर वायदा पहली बार 2,800 डॉलर प्रति आउंस के पार निकल गया है.
बुधवार को कॉमेक्स पर सोना वायदा ने 2,801.65 का नया रिकॉर्ड हाई बनाया है. भारत में सोने में तेजी की वजह धनतेरस और दिवाली के त्योहार हैं और आगे शादियों का लंबा सीजन है, जिससे सोने के डिमांड में तेजी बनी रहेगी.
सोने की डिमांड में जारी रहेगी तेजी
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) का कहना है कि सोने की इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती की वजह से इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर 18% की ग्रोथ दर्ज की गई और ये 248.3 टन हो गई. WGC की Q3 2024 गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की इसी तिमाही के दौरान सोने की कुल डिमांड 210.2 टन रही थी.
WGC का कहना है कि हालांकि, सोने की कीमतें ऑल टाइम हाई पर हैं, जिससे निवेशकों में प्राइस करेक्शन को लेकर इंतजार बढ़ सकता है, क्योंकि धनतेरस और शादी के सीजन में सोने की कुल डिमांड बढ़ने की संभावना है. पिछले साल 2023 में भारत की सोने की डिमांड 761 टन रही थी. अनुमान है कि इस साल गोल्ड डिमांड 700-750 टन की रेंज में रह सकता है.