दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है. बिटकॉइन ने पहली बार 1,00,000 डॉलर की सीमा को पार कर नया रिकॉर्ड बना लिया है.
क्रिप्टोकरेंसी पर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के पॉजिटिव एप्रोच के बीच बिटकॉइन के भाव अपने उच्चतम स्तर पर हैं.
बिटकॉइन ने गुरुवार को 1 लाख डॉलर के लेवल को पार कर लिया है. आज बिटकॉइन की कीमत 5.9% बढ़कर रिकॉर्ड उच्च स्तर 101,438.9 डॉलर पर पहुंच गया है.
क्यों दिख रही रिकॉर्ड तेजी?
डॉनल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो इंडस्ट्री की उम्मीदों को बढ़ावा दिया है कि उनका अगला कार्यकाल क्रिप्टोकरेंसी के लिए अनुकूल रेगुलेटरी इनवायरमेंट बनाएगा.
4 दिसंबर को ट्रंप ने पॉल एटकिंस को US सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (US-SEC) के अगले प्रमुख के रूप में नामित किया है, जो कि जाने-माने क्रिप्टो समर्थक हैं.
$16,000 से $1,02,388 तक का सफर
क्वाइन मार्केट कैप (Coin Market Cap) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह करीब 9:20 बजे बिटकॉइन का भाव 1,02,388.46 डॉलर पर था, जबकि क्रिप्टो क्वाइन का मार्केट कैप 6.84% बढ़कर 2.03 ट्रिलियन डॉलर हो गया.
क्रिप्टो के अस्तित्व में आने के 16 साल बाद और कई वर्षों के उतार-चढ़ाव के बाद ये ऊंचाई देखने को मिली है. साल 2022 में एक समय ऐसा था, जब बिटकॉइन 16,000 डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया था.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल ही बिटकॉइन का भाव दोगुना से अधिक हो गया है. 5 नवंबर को ट्रंप के अमेरिकी चुनाव जीतने के बाद से इसके भाव 45% तक चढ़े हैं.
ट्रंप ने बिटकॉइन पर क्या वादे किए हैं?
ट्रंप ने क्रिप्टो नियमों को और अधिक अनुकूल बनाने वादा किया है. उनकी रिपब्लिकन पार्टी उनके एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस पर अपनी पकड़ मजबूत कर रही है.
उनकी अन्य घोषणाओं में एक स्ट्रैटेजिक US बिटकॉइन स्टॉकपाइल स्थापित करना और इसके डोमेस्टिक माइनिंग को बढ़ावा देना शामिल है.
ट्रंप का रुख, जो बाइडेन प्रशासन के तहत सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन की ओर से इंडस्ट्री पर कार्रवाई के बाद एक बड़ा बदलाव है. कॉइनगेको डेटा (CoinGecko Data) से पता चलता है कि इस बदलाव ने बड़े और छोटे टोकन की सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया है.