Hyundai Motor खराब लिस्टिंग के बाद बुरी तरह टूटा, 7% से ज्यादा की गिरावट के साथ 1820 रुपये पर बंद

ये इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था, जिसमें बिक्री के लिए 14.2 करोड़ शेयर रखे गए थे. कंपनी ने एंकर निवेशकों (Anchor Investors) से करीब 8,315 करोड़ रुपये जुटाए थे.

Source: NDTV Profit

ह्युंदई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India Ltd.) के शेयरों की शेयर बाजार में खराब एंट्री हुई है. NSE पर कंपनी की लिस्टिंग 1.33% डिस्काउंट के साथ 1,934 रुपये पर हुई है, जबकि BSE पर ये 1.48% डिस्काउंट के साथ 1,931 रुपये पर लिस्ट हुआ है. यही नहीं खराब लिस्टिंग के बाद शेयर में जोरदार गिरावट आई और ये 7% से ज्यादा टूटकर 1820 रुपये पर बंद हुआ.

रिटेल निवेशकों से नहीं मिला रिस्पॉन्स

ये IPO 2.37 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जिसमें QIBs ने सबसे ज्यादा बोलियां लगाई थीं. QIBs की ओर से 19.72 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं, जबकि ऑफरिंग 2.82 करोड़ शेयरों की थी, यानी ये हिस्सा 6.97 गुना सब्सक्राइब हुआ था.

गैर संस्थागत निवेशकों का हिस्सा 60% भरा था. रिटेल निवेशकों की भागीदारी काफी फीकी रही, ये हिस्सा सिर्फ 50% ही भरा. कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा 1.74 गुना भरा था. शेयरों का अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को किया गया.

ये इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था, जिसमें बिक्री के लिए 14.2 करोड़ शेयर रखे गए थे. कंपनी ने एंकर निवेशकों (Anchor Investors) से करीब 8,315 करोड़ रुपये जुटाए थे. इसमें 225 एंकर निवेशकों को 1,960 रुपये/शेयर पर 4.24 करोड़ शेयरों का आवंटन किया गया.

कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर तरुण गर्ग ने बताया कि कैसे IPO ह्युंदई मोटर इंडिया की विकास की कहानी के दूसरे चरण को दर्शाता है. जो स्थानीय और वैश्विक दोनों निवेशकों के लिए मौके देता है. उन्होंने कहा, 'हम भारत में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में दूसरे सबसे बड़े खिलाड़ी हैं और ये IPO हमारी विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है'.

ह्यंदई मोटर इंडिया ह्युंदी मोटर ग्रुप का हिस्सा है. कंपनी मारुति सुजुकी के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी पैसेंजर व्हीकल बनाने वाली कंपनी है. जून 2024 तक 24% की बाजार हिस्सेदारी के साथ, इसके पोर्टफोलियो में सेडान, हैचबैक, SUVs और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स भी शामिल हैं.