इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स की (Interarch Building Products) शेयर बाजार में शानदार शुरुआत हुई है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE पर ये 44.33% प्रीमियम के साथ 1,299 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुई है, जबकि BSE पर इसकी लिस्टिंग 43.47% प्रीमियम के साथ 1,291.2 रुपये प्रति शेयर पर हुई है. इश्यू प्राइस 900 रुपये था.
इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स के इश्यू को आखिरी दिन तक 93.53 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. ये IPO पहले ही दिन पूरा सब्सक्राइब हो गया था और दूसरे दिन 10.84 गुना सब्सक्राइब किया गया था.
21 अगस्त को बंद हुआ था IPO
कंपनी का IPO 19 से 21 अगस्त तक खुला था. कंस्ट्रक्शन सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी इंटरआर्क ने IPO का प्राइस बैंड 850-900 रुपये तय किया था.
इसमें 200 करोड़ रुपये के ताजा शेयर जारी हुए थे. OFS कंपोनेंट 400.3 करोड़ रुपये का था.
निवेशकों को एक लॉट यानी 16 शेयरों के लिए बोली लगानी थी. इसके बाद 16 के मल्टीपल में बोली लगा सकते थे. इस IPO में जिन प्रोमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी बेची उनमें अरविंद नंदा, गौतम सूरी, ईशान सूरी और शोभना सूरी शामिल हैं. Ambit प्राइवेट और एक्सिस कैपिटल इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स रहे.
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अरविंद नंदा ने NDTV प्रॉफिट को बताया था कि कंपनी केवल एक स्लीप फैब्रिकेटर और कॉन्ट्रैक्टर नहीं है, बल्कि ग्राहकों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कैपिटल गुड्स सप्लायर भी है. पिछले 20 वर्षों में भारत में अग्रणी नामों ने हमें इसी तरह देखा है.
कहां होगा पैसे का इस्तेमाल?
IPO से मिले पैसों का इस्तेमाल कई कामों में होगा, 58.5 करोड़ रुपये का इस्तेमाल आंध्र प्रदेश में एक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को फाइनेंस करने के लिए किया जाएगा.
उत्तराखंड के किच्छा और पंतनगर और तमिलनाडु में दो यूनिट्स में फैसिलिटी को अपग्रेड करने में करीब 19.3 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
कंपनी अपने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर करने के लिए 10.97 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
इसके अलावा 55 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कामकाजी जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा.