Hyundai IPO: आखिर क्यों मारुति के मुकाबले ह्युंदई का वैल्युएशन प्रीमियम पर होना चाहिए

SEBI ने आधिकारिक तौर पर15 जून को ह्युंदई को IPO के लिए मंजूरी दे दी थी. कंपनी 2024 में IPO लॉन्च करने की योजना बना रही है.

Source: NDTV Profit

ह्युंदई मोटर इंडिया जहां अपने आने वाले IPO से सुर्खियां बटोर रही है, वहीं नोमुरा के एनालिस्ट्स का कहना है कि ह्युंदई मोटर इंडिया, मारुति सुजुकी से अधिक वैल्युएशन प्रीमियम की हकदार है. ऐसा इसलिए क्योंकि मारुति का मार्केट शेयर लगातार गिर रहा है.

18-20 बिलियन डॉलर का वैल्युएशन

नोमुरा ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि ह्युंदई मोटर इंडिया IPO के जरिए करीब 3 बिलियन डॉलर जुटाना चाहती है, जिससे कंपनी भारतीय बाजारों में अपनी स्थिति को मजबूत करेगी. ये भारत के इतिहास में सबसे बड़ा IPO होने की उम्मीद है

15 जून, 2024 को ह्युंदई ने IPO के लिए अपनी अर्जी दी थी, SEBI ने आधिकारिक तौर पर अब इस IPO को मंजूरी दे दी है. कंपनी अक्टूबर में IPO लॉन्च करने की योजना बना रही है. हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान अभी नहीं किया गया है, इसकी प्राइसिंग को लेकर भी अभी इंतजार है.

अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में, ह्युंदई मोटर इंडिया ने अपना वैल्युएशन $18 बिलियन से $20 बिलियन के बीच बताया है. IPO में पैरेंट कंपनी ह्युंदई मोटर कंपनी (HMC) ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए अपने शेयर बिक्री के लिए रखेगी, जिसकी फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर होगी. नोमुरा ने अपने नोट में कहा, कंपनी के IPO का उद्देश्य मार्केट विजिबिलिटी, ब्रैंड इमेज, मार्केट लिक्विडिटी को बढ़ाना है.

Hyundai Motor India का IPO

  • वैल्युएशन - 18-20 बिलियन डॉलर

  • ऑफर स्ट्रक्चर- OFS (₹10 फेस वैल्यू)

  • IPO का उद्देश्य- विजिबिलिटी, ब्रैंड इमेज, मार्केट लिक्विडिटी

  • IPO की अनुमानित तारीख - अक्टूबर 2024

  • HMC कितना हिस्सा जारी करेगी- 17.5%

    Source: Company data, Nomura research

मारुति और ह्युंदई: कौन किस पर भारी? 

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दूसरी सबसे बड़ी वाहन निर्माता के रूप में, ह्युंदई मोटर इंडिया का मारुति सुजुकी के साथ करीबी मुकाबला है. मारुति की कार मार्केट में हिस्सेदारी 41% है. मारुति सुजुकी का मार्केट कैपिटलाइजेशन $48 बिलियन है, जो कि FY25 के लिए इसका PE रेश्यो 22.6 गुना दर्शाता है.

ह्युंदई का मार्केट कैप 39.6 बिलियन डॉलर है. नोमुरा ने कहा कि अगर ह्युंदई मोटर 18-20 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप को हासिल कर लेती है तो ये ह्युंदई मोटर कंपनी (HMC) की कंसोलिडेटेड वैल्यू का करीब 45-50.5% होगा.

नोमुरा का मानना है कि भारत में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों की मौजूदा कम पहुंच के बावजूद, इन सेगमेंट की मांग तेजी से बढ़ने का अनुमान है. एनालिस्ट्स का कहना है कि टाटा और महिंद्रा BEVs पर काफी ध्यान केंद्रित कर रही हैं, ऐसे में ह्युंदई मोटर की HEVs उभरते मार्केट में अनुकूल स्थिति में आ सकती है.

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