पैसे कमाना और समृद्ध होना, इन दोनों के बीच एक महीन सा फर्क है, NDTV प्रॉफिट हिंदी इस फर्क को समझता है इसलिए हमेशा अपने पाठकों और दर्शकों को समृद्ध बनाने में भरोसा करता आया है. अपने प्लेटफॉर्म पर हम हमेशा ऐसे वीडियोज और आर्टिकल्स और कंटेंट लेकर आते हैं, जो आपकी निजी और आर्थिक जिंदगी में एक ठोस बदलाव ला सके. संवत 2081 की शुरुआत और दिवाली के शुभ मौके पर हम हाजिर हैं अपनी कुछ बेहद खास पेशकश के साथ, जिसका नाम है 'प्रॉफिट वाली दिवाली', जिसमें हम आपको मार्केट और निवेश की दुनिया के बेहद भरोसेमंद चेहरों से रूबरू करवाएंगे, ढेरों शेयरों के पिक्स देंगे, सोना-चांदी और म्यूचुअल फंड्स में निवेश से जुड़े कुछ सूत्र भी देंगे, जो संवत 2081 में आपके निवेश का मार्गदर्शन करेंगे, ताकि ये संवत भी आपकी जिंदगी में समृद्धि लाए.
अगर आप भी दिवाली के आसपास आप म्यूचुअल फंड्स में कुछ निवेश शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो बेहतर रिटर्न्स के लिए जरूरी है कि आपकी अप्रोच सही हो. तभी तो होगी आपकी दिवाली, प्रॉफिट वाली.
इस क्रम में NDTV प्रॉफिट हिंदी ने म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के दिग्गजों से चर्चा की. इस पैनल में कोटक महिंद्रा AMC के MD निलेश शाह, मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के CEO स्वरूप मोहंती और व्हाइटओक कैपिटल AMC के CEO आशीष सोमैया मौजूद रहे.
किन सेक्टर्स पर रखें फोकस; निलेश शाह की राय
निलेश शाह ने अच्छा निवेशक बनने के लिए थीम के साथ-साथ कंपनियों के मैनेजमेंट और गवर्नेंस पर ध्यान देने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि बैंकिंग, IT, सीमेंट, फार्मा, टेलीकॉम, ऑटो में अच्छे मौके दिख रहे हैं. जबकि इंफ्रा, रेलवे, कैपिटल गुड्स और डिफेंस में वैल्यूएशन थोड़े महंगे लग रहे हैं.
निलेश शाह ने स्पष्ट कहा कि बहुत कम संभावना है कि आने वाले संवत में पिछले संवत की तरह रिटर्न्स मिलें. उन्होंने कहा, 'इस संवत में रिटर्न्स की बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. पिछले 5 साल में हर चौथा-पांचवा स्टॉक लगभग डबल हो गया. आने वाले समय में ऐसी ग्रोथ की उम्मीद बहुत कम है. नए संवत में यही हिदायत है कि लंबे वक्त के लिए अच्छे एसेट एलोकेशन के साथ निवेश करें.'
पावरफुल टूल है SIP टॉपअप
वहीं स्वरूप मोहंती ने लोगों के बदलते इन्वेस्टमेंट पैटर्न पर कहा कि 'प्री कोविड और कोविड के बाद काफी बदलाव आया है. पहले लोग फिक्स्ड एसेट्स में निवेश करते थे, अब वे फाइनेंशियल एसेट्स की तरफ बढ़ रहे हैं. SIP शेयर बाजार में निवेश करने का सही तरीका है और लोग ये समझने लगे हैं. जितना ये समझेंगे, उतना भारत की ग्रोथ का फायदा उठाने में फायदा मिलेगी.'
प्राइवेट बैंक, हेल्थकेयर और कंजम्पशन में बेहतर मौके बन रहे हैं, जो पिछले 2-3 साल में इतने नहीं चले हैंस्वरूप मोहंती
उन्होंने SIP टॉपअप को बड़े बदलाव का टूल बताया. उन्होंने कहा, 'SIP टॉप अप निवेश के लिए पावरफुल टूल है. 35,000 के SIP पर 10% रिटर्न रखकर 10 साल चलाएं तो करीब 70 लाख बनता है, 35,000 के SIP आप 10% टॉपअप करते है और 10 साल चलाएं तो ये करीब 1 करोड़ बनता है. थोड़ा गणित सीख लें तो आप अपने पोर्टफोलियो में बड़े बदलाव ला सकते हैं. SIP टॉपअप निवेशकों की वित्तीय यात्रा को बेहतर बनाता है.'
वहीं थीमेटिक और सेक्टोरल थीम के हावी होने की बात से उन्होंने असहमति जताई और कहा कि सिर्फ पिछले रिटर्न्स ही लोगों के निवेश के पैटर्न को तय कर रहे हैं. उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि एक लक्ष्य तय कर निवेश करना चाहिए, ताकि निवेश को अपनी जिंदगी से जोड़ा जा सके. इससे निवेश करने की प्रक्रिया आसान बन जाती है.
युवा भाषण से नहीं, अपने अनुभव से सीखते हैं: आशीष सोमैया
युवाओं के बाजार में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने पर पर आशीष सोमैया कहते हैं, 'जैसे जनरेशन बदलती है लोगों की निवेश आदतों में बदलाव आता है. इसी तरह आज बदलाव आया है. हमारे जनरेशन के लोगों की ये सोच सही नहीं है कि यूथ मार्केट की तेजी देखकर बाजार में आ रहा है. ज्यादातर युवा इसलिए आ रहे हैं क्योंकि पूरे देश में बदलाव आया है.'
वहीं F&O में बड़ी मात्रा में यूथ के पैसे गंवाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, 'युवा भाषण से नहीं, अपने अनुभव और अपनी यात्रा से सीखते हैं. वे ट्रेडिंग के जरिए बाजार में आए हैं, जैसे बाकी लोग SIP या अच्छी कंपनियों के स्टॉक खरीदकर आते हैं. मैं बस ये सलाह हमेशा देता हूं कि कभी ऐसा रिस्क मत लेना जो तुम्हें बाजार से बाहर कर दे. तुम्हारा घर खराब कर दे. बाकी युवा ट्रेडिंग से भी सीख रहे हैं.'
वहीं आशीष सोमैया ने निवेश के लिए अच्छी क्वालिटी और अच्छे गवर्नेंस वाली कंपनियों की सलाह दी. उन्होंने कहा, 'पिछले 3 साल में बाजार फ्री कैश फ्लो की जगह ऑर्डरबुक पर फोकस कर रहा है. इन 3 साल में मार्केट एंटी गवर्नेंस रहा हैं. अब जरूरत है कि निवेश के लिए हम अच्छी क्वालिटी, अच्छे गवर्नेंस पर आएं.'