अगले 4 महीने में 37 कंपनियों के प्री-लिस्टिंग शेयरहोल्डर के पास कुल 227 करोड़ शेयरों की बिक्री करने का मौका होगा.
हम बात कर रहे हैं उन 37 शेयरों की, जिनके प्री-लिस्टिंग शेयरहोल्डर्स के पास अपनी हिस्सेदारी कम करने का मौका आएगा. इस कैलेंडर वर्ष के अंत तक ये शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी कम कर सकते हैं.
दरअसल, किसी भी शेयर की लिस्टिंग के बाद प्री-लिस्ट शेयरधारकों को एक टाइम लिमिट के बाद अपनी हिस्सेदारी कम करने का मौका मिलता है. नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के मुताबिक इस कैलेंडर वर्ष के खत्म होने तक इन प्री-लिस्टिंग शेयरधारकों को इस बिक्री से 864 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई हो सकती है.
1 महीने में लॉक इन ओपनिंग
3 महीने में लॉक इन ओपनिंग
2 साल बाद लॉक इन ओपनिंग
5 महीने से 2 साल तक लॉक इन वाली कंपनियों में मैनकाइंड फार्मा है, जिसका शेयर लिस्टिंग के बाद से 71% चढ़ चुका है. वहीं, इस लिस्ट में काएंस टेक्नोलॉजी इंडिया भी शामिल है, जिसका शेयर लिस्टिंग के बाद से 201% चढ़ चुका है.
3 साल बाद लॉक इन ओपनिंग
जिन कंपनियों की लॉक इन ओपनिंग 3 साल की है, उनमें हर कंपनी के 20% शेयर ट्रेडिंग के योग्य हो जाएंगे. इनमें मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स का शेयर लिस्टिंग के बाद से 1,187.83% चढ़ चुका है और 1,867.35 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा है.