एंबिट कैपिटल (Ambit Capital Pvt.) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर के लिए अपनी 'SELL' रेटिंग बरकरार रखी है, जिसमें कहा गया है कि रिलायंस ग्रुप के लिए 'कोई बदलाव का बिंदु' नजर नहीं आ रहा है.
ब्रोकरेज ने बिकवाली की रेटिंग को बरकरार रखते हुए शेयर का प्राइस अपने पिछले अनुमान 2,600 रुपये से बढ़ाकर 2,650 रुपये कर दिया है. टारगेट प्राइस 1 अक्टूबर को शेयर के क्लोजिंग प्राइस से 9.5% नीचे है.
एंबिट ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि रिलायंस का शेयर प्राइस पिछले साल सेंसेक्स से 3% पीछे था, लेकिन कंज्यूमर बिजनेसेज के पूंजी जुटाने के बाद 20 सितंबर से उसका खराब प्रदर्शन और बदतर हो गया.
इसमें कहा गया है कि InvITs के जरिए मॉनेटाइजेशन के डीलेवरेजिंग जैसी चीजों पर स्थिति अभी साफ नहीं हुई है. जबकि फॉसिल फ्यूल और कंज्यूमर बिजनेस को छोड़कर बाकी कंपनियां कोई रिटर्न नहीं कमा रही हैं.
कंज्यूमर बिजनेस पर ROCE यानी रिटर्न ऑन कैपिटल एम्पलॉयड पर वास्तविक रिटर्न कम होगा, अगर स्टैंडअलोन-फंडेड 'अन्य' एंटिटीज सब्सिडी वाली सेवाएं देना बंद कर देती हैं.
RIL का शेयर 4% टूटा
रिलायंस के शेयर में आज जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. शेयर करीब 4% टूटकर 2,813.95 रुपये पर बंद हुआ. इंट्राडे में ये 2,804.15 रुपये तक भी फिसला था.
मुकाबले में पिछड़ती रिलायंस इंडस्ट्रीज
अपने कंज्यूमर बिजनेसेज को लगातार बढ़ाते रहने और न्यू एनर्जी जैसे नए ग्रोथ इंजन को खड़ा करने की महत्वाकांक्षा ने इसे वैश्विक/घरेलू एक्सपर्ट्स के साथ टकराव के रास्ते पर डाल दिया है. जिससे लगातार कम रिटर्न का जोखिम पैदा हो गया है. ब्रोकरेज ने कहा, 'अपने कंज्यूमर बिजनेस में रिलायंस अपने साथी प्रतिद्वंद्वियों से काफी पीछे है.'
एंबिट कैपिटल ने आगे कहा कि कंपनी की न्यू एनर्जी निवेश योजनाओं में देरी हो रही है और ये मीडिया और न्यू एनर्जी में अपने बड़े सपनों को पूरा करने के लिए नए स्ट्रैटिजिक इंवेस्टर्स को आकर्षित करने में भी कामयाब नहीं हुई है.
ब्रोकरेज ने अपने नोट में कहा है कि 'हम O2C, अपस्ट्रीम और Jio को लेकर उत्साहित हैं क्योंकि RIL इन बिजनेसेज में अपनी मजबूत स्थिति का फायदा उठाकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की रणनीति अपना रही है, लेकिन हम न्यू एनर्जी और रिटेल सेक्टर में RIL की ग्रोथ महत्वाकांक्षाओं को लेकर सतर्क हैं.'
ब्रोकरेज का अनुमान है कि रिलायंस को FY25 में 9,99,100 करोड़ रुपये, FY26 में 10,60,900 करोड़ रुपये और FY27 में 11,55,100 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिलेगा. जबकि रिलायंस ग्रुप FY25 में मुनाफा 77,200 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. FY26 में 87,400 करोड़ रुपये और FY27 में 1,03,500 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है