Reliance Infra Share Price: रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर में बुधवार को 13% की तेजी आई. दरअसल नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की ओर से पारित उस आदेश को निलंबित कर दिया जिसमें कंपनी को इंसॉल्वेंसी (Insolvency) रेजॉल्यूशन प्रोसेस में शामिल किया गया था.
क्या था पूरा मामला?
NCLT की मुंबई शाखा ने 30 मई को ये आदेश पारित किया. रिलायंस इंफ्रा को दिवालिया घोषित करने की याचिका IDBI ट्रस्टीशिप की ओर से अप्रैल 2022 में दायर की गई थी जिसमें 88.68 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट और 1.25%/ महीने ब्याज का आरोप लगाया गया था.
ये डिफॉल्ट 2017 और 2018 के बीच धुरसर सोलर पावर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को सोलर एनर्जी की सप्लाई के लिए उठाए गए 10 इनवॉयस के भुगतान पर था. DSPPL के सुरक्षा ट्रस्टी होने के नाते IDBI ट्रस्टीशिप ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर से इनवॉयस के भुगतान की मांग की थी.
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने सोमवार को तर्क दिया कि उसने टैरिफ के दावों के लिए धुरसर सोलर पावर को 92.68 करोड़ रुपये का पूरा भुगतान कर दिया है. इससे इंसॉल्वेंसी की प्रोसेस शुरू करना निरर्थक हो गया है.
इसके बाद अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनी ने NCLAT के सामने आदेश वापस लेने की अपील की.
इस साल अब तक 25% की तेजी
घोषणा के बाद रिलायंस इंफ्रा के शेयर 52 हफ्ते की ऊंचाई 385.7 रुपये/ शेयर पर पहुंच गए. कंपनी के शेयर 11.3% की तेजी के साथ 380.6 रुपये/ शेयर पर बंद हुए.
बेंचमार्क NSE निफ्टी 50 0.3% की बढ़त के साथ बंद हुआ. पिछले 12 महीनों में शेयर में 144% और इस साल अब तक 25% की तेजी आई है.