गोल्डमैन सैक्स ग्रुप (Goldman Sachs) का कहना है कि भारत में लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) खत्म होने के बाद शेयर बाजार में ज्यादा विदेशी पैसा डाला जा सकता है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक गोल्डमैन सैक्स ग्रुप के एशिया पैसेफिक इक्विटी स्ट्रैटजिस्ट सुनील कौल ने सिंगापुर में एक इंटरव्यू में कहा कि ऐसे कुछ लोग हैं जो चुनाव से पहले थोड़ा रूक रहे हैं और एक बार चुनाव बीत जाने के बाद ये लोग बाजार (Share Market) में जमकर पैसा लगाएंगे. शेयरों के ज्यादा वैल्यूएशन की वजह से निवेशक बाजार से अभी दूर हैं. लेकिन अर्निंग ग्रोथ के बाद वो पैसा लगा पाएंगे.
ग्लोबल निवेशकों ने 2023 में 21 बिलियन डॉलर निकाले
ग्लोबल निवेशकों ने 2023 में नेट बेसिस पर 21 बिलियन डॉलर बाजार से निकाले हैं. लेकिन अप्रैल-मई के चुनावों से पहले रफ्तार कुछ धीमी पड़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार चुनाव जीतकर आने की उम्मीद है. लेकिन अनिश्चितता के चलते कई निवेशक कैश पर रहना चाहते हैं.
कौल ने कहा कि अगर आप वैश्विक स्तर पर मनी पूल को देखें तो भारत अभी भी अंडरवेट है. करीब 2.4 ट्रिलियन डॉलर के साथ ग्लोबल म्यूचुअल फंड्स भारत को करीब 150 बेसिस पॉइंट्स से अंडरवेट कर रहे हैं.
आर्थिक ग्रोथ की संभावनाओं को लेकर निवेशकों का दांव
भारत के शेयर बेंचमार्क रिकॉर्ड ऊंचाई पर ट्रेड कर रहे हैं. ये लगातार आठवें महीने तेजी आई है. निवेशक देश की आर्थिक ग्रोथ बढ़ने की संभावनाओं को लेकर दांव लगा रहे हैं. और वो भारत को चीन के बाजार के विकल्प के तौर पर देख रहे हैं.
गोल्डमैन भारत में चुवानों के बाद पॉलिसी के बरकरार रहने की उम्मीद लगा रहा है. वो बाजार को लेकर ओवरवेट है. कौल ने कहा कि मौजूदा और अगले साल सालाना 15% अर्निंग ग्रोथ की उम्मीद को लेकर भी बाजार ने उम्मीद लगा रखी है. NSE निफ्टी 50 इंडेक्स बाकी एशिया पैसेफिक के मुकाबले करीब 50% प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है.