Israel Hamas War: मिडिल ईस्‍ट में तनाव से कच्चा तेल 6 महीने में सबसे ज्यादा चढ़ा

WTI ने सोमवार को 4.3% की बढ़ोतरी के बाद 86 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार किया.

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बीते 6 महीने में सबसे बड़े उछाल के बाद तेल ऊंचे भाव पर स्थिर हैं. इजरायल ने कहा कि वीकेंड में आतंकवादी समूह हमास के हमलों के लिए उसकी जवाबी कार्रवाई तो बस अभी शुरू हुई है, जिससे मिडिल ईस्‍ट में ताजा अस्थिरता की आशंका बढ़ गई है.

वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड ने सोमवार को 4.3% की तेजी के बाद 86 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार किया. शनिवार से शुरू हुई लड़ाई पर बाजार की प्रतिक्रिया दिखी है.

इजरायल ने 3 लाख से अधिक सैन्य रिजर्व की अपनी सबसे बड़ी लामबंदी की घोषणा की है और गाजा पर हवा और समंदर से हमला किया है. हमास ने बंधकों को फांसी देने की धमकी दी है, जबकि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 'मिडिल ईस्‍ट को बदलने' की कसम खाई है.

इजरायल की भूमिका सीमित लेकिन ईरान...

पिछले महीने में बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव के बाद, ताजा संघर्ष ने तेल की अस्थिरता को बढ़ा दिया है क्योंकि सऊदी अरब और रूस द्वारा तेल आपूर्ति में कटौती के चलते तेल की कीमतों में तेजी आई है.

हालांकि वैश्विक तेल आपूर्ति में इजरायल की भूमिका सीमित है, लेकिन जिस संघर्ष के चलते 1,500 से अधिक मौतें हो चुकी हैं, उससे अमेरिका और ईरान दोनों के लिए संकट पैदा होने का खतरा है.

हमास का समर्थन करने वाले तेहरान के खिलाफ कोई भी जवाबी कार्रवाई होर्मुज जलडमरूमध्य होकर जहाजों के मार्ग को खतरे में डाल सकती है. इस नहरनुमा रास्‍ते से ही कच्चे तेल का अधिकांश हिस्‍सा गुजरता है. ईरानी सरकार पहले भी इसे बंद करने की धमकी दे चुकी है. ईरान ने सोमवार को इस बात से इनकार किया कि हमले में उसकी भूमिका है.

इस्लामिक रिपब्लिक इस साल अतिरिक्त कच्चे तेल का एक प्रमुख स्रोत बन गया है, जिससे बाजारों में अतिरिक्‍त तनाव कम हो गया है, लेकिन तेहरान पर अतिरिक्त अमेरिकी प्रतिबंध उन शिपमेंट को बाधित कर सकते हैं.

एक्‍सपर्ट का क्‍या कहना है?

कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया में माइनिंग और एनर्जी कमोडिटी रिसर्च के डायरेक्‍टर विवेक धर ने ब्लूमबर्ग के इंटरव्‍यू में कहा, 'पूर्व में फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष के समय हमने देखा है, तेल की कीमतों में प्राइस प्रीमियम सप्लाई पर सीमित प्रभाव के कारण काफी अस्थायी रही है.'

उन्होंने कहा, 'वर्तमान में, वास्तविक परिदृश्य (जहां व्यवधान है) इस बात पर निर्भर करता है कि ईरान के खिलाफ ये कैसा झटका होगा.'

इस संघर्ष ने हालिया स्थिति को मांग और आपूर्ति के बुनियादी सिद्धांतों से दूर कर दिया है. ओपेक ने सोमवार को सदी के मध्य तक वैश्विक तेल मांग के लिए अपने पूर्वानुमान बढ़ा दिए हैं. गुरुवार को संकेतों की भरमार होगी, जिसमें कार्टेल और इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी की मासिक बाजार रिपोर्ट के साथ-साथ साप्ताहिक अमेरिकी इन्वेंट्री डेटा भी शामिल है.

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