बाप ऑफ चार्ट पर SEBI का चाबुक, 7 लोगों पर लगाया बैन, 3 महीने में 17.2 करोड़ लौटाने को कहा

SEBI ने अंसारी पर 20 लाख रुपये, जबकि अन्‍य 6 पर 2-2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया.

Source: NDTV Profit Gfx

मार्केट रेगुलेटर SEBI ने सोमवार को शेयर बाजार को लेकर फर्जी या भ्रामक ज्ञान बांटने वाले फिनफ्लुएंसर्स पर अपनी कार्रवाई तेज करते हुए 'बाप ऑफ चार्ट' वाले मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी पर एक साल तक के लिए बैन लगा दिया. वहीं 6 अन्‍य संस्थाओं पर 6-6 महीने का बैन लगाया है.

इसके साथ ही SEBI ने अंसारी पर 20 लाख रुपये, जबकि राहुल राव पदमति, तबरेज अब्दुल्ला, आसिफ इकबाल वानी, गोल्डन सिंडिकेट वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड (GSVPL), मंशा अब्दुल्ला और जादव वामशी पर 2-2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया.

अंसारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 'बाप ऑफ चार्ट' के नाम से प्रोफाइल चलाता है, जहां वह शेयर बाजार में खरीद/बिक्री की सिफारिशें देता था. SEBI के अनुसार, सिक्‍योरिटी मार्केट से जुड़े एजुकेशनल ट्रेनिंग की आड़ में ये सिफारिशें दी जाती थीं.

'3 महीने के भीतर 17.2 करोड़ लौटाएं'

SEBI ने ये भी नोट किया कि अंसारी, पदमति और GSVPL एक एस्क्रो खाता खोलने और उसमें अवैध आय जमा करने के अंतरिम आदेश में दिए गए निर्देशों का पालन करने में विफल रहे हैं. SEBI ने कहा कि ये अवैध गतिविधि की आय हैं, इसलिए संबंधित ग्राहकों को वापस किया जाना चाहिए.

SEBI ने अंसारी, पदमती, तबरेज अब्दुल्ला, वानी, GSVPL, मंशा अब्दुल्ला और वामशी को तीन महीने के भीतर 17.2 करोड़ रुपये वापस करने का निर्देश दिया.

'निवेशकों से झूठे वादे किए गए'

SEBI के पूर्णकालिक सदस्य अमरजीत सिंह ने अंतिम आदेश में कहा, 'मेरे विचार में, नासिर जैसे अन-रजिस्‍टर्ड निवेश सलाहकार निवेशकों को गुमराह करके उन्हें बहुत जोखिम में डाल सकते हैं. बिना किसी रजिस्‍टर्ड IA (निवेश सलाहकार) सर्टिफिकेशन के, नासिर ने बाकी लोगों के साथ मिलकर इन्‍वेस्‍टमेंट एडवाइस सर्विसेस दी और कोर्स फीस के माध्यम से पैसे जुटाने के उद्देश्य से निवेशकों को अवास्तविक रिटर्न का वादा किया.'

उन्‍होंने कहा, 'ये तथ्य कि नासिर ने सिक्‍योरिटी मार्केट में ट्रेडिंग करके घाटा उठाया, इसका मतलब है कि वो जानता था कि इस तरह का रिटर्न देना असंभव है. इसके बावजूद, निवेशकों/ग्राहकों को ट्रेडिंग स्‍ट्रैटजी का उपयोग करके अवास्तविक सुनिश्चित रिटर्न के झूठे वादे किए गए.'

'भोले-भाले निवेशकों को फंसाया गया'

यूट्यूब पर मोहम्मद नासिर/बाप ऑफ चार्ट का जो एक ट्रेलर वीडियो है, उसमें भोले-भाले निवेशकों को विश्वसनीय रिटर्न के नाम पर भ्रमित किया गया. SEBI ने यह भी पाया कि अंसारी ग्राहकों को बाप ऑफ चार्ट के माध्यम से पेश किए जाने वाले 'शैक्षणिक कोर्स' खरीदने के लिए प्रभावित करने के इरादे से रिटर्न का आश्वासन दे रहा था.

सिंह ने कहा, 'उसने (अंसारी ने) मार्केट में किए गए नुकसान को भी अपने अकाउंट में छिपाया. इसलिए, वो रेगुलेटरी मानदंडों का उल्लंघन करते हुए धोखाधड़ी की गतिविधि में लिप्त है.

SEBI ने निष्कर्ष निकाला कि नासिर, बाप ऑफ चार्ट का चेहरा था और निवेश सलाह प्रदान करता था, जबकि वो SEBI के साथ पंजीकृत नहीं था. शेष संस्थाओं ने नासिर को व्यवसाय में सहायता और बढ़ावा दिया. ऐसे में अंसारी पर एक वर्ष के लिए बैन लगा दिया गया है, जबकि 6 अन्य को 6 महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है.

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