इंडसइंड बैंक (Indusind Bank) मामले में अगर कोई भी गंभीर उल्लंघन हुआ है, तो SEBI इसकी जांच करेगा. ASSOCHAM के 16वें कैपिटल मार्केट्स कांफ्रेंस में SEBI चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने ये बात कही है.
SEBI चीफ ने कहा कि कैपिटल मार्केट रेगुलेटर इस बात की जांच कर रहा है कि इंडसइंड बैंक में क्या किसी नियम का उल्लंघन हुआ है. उन्होंने कहा है कि RBI इस मामले को देख रहा है. SEBI अपने अधिकार क्षेत्र में उस पर काम कर रही है.
इंडसइंड बैंक ने 21 मई को मार्च तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है. नतीजों का ऐलान करने के बाद खुद बैंक के बोर्ड डायरेक्टर्स ने निवेशकों को बताया कि कुछ कर्मचारियों के फ्रॉड में शामिल होने की आशंका है.
इस मामले में बोर्ड को संदेह है कि बैंक के अकाउंटिंग और 'फाइनेंशियल' रिपोर्टिंग में कुछ कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है. बैंक ने कहा कि माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में 173 करोड़ रुपये गलत तरीके से दर्ज किए गए हैं.
चुनौतियों से जूझ रहा बैंक
इंडसइंड बैंक इन दिनों संकट से जूझ रहा है. बैंक में सामने आई वित्तीय गड़बड़ियों पर वित्त मंत्रालय ने संज्ञान लिया था. मंत्रालय के अधीन काम करने वाला DFS यानी वित्तीय सेवा विभाग बैंक से जुड़ी अकाउंटिंग गड़बड़ियों, गवर्नेंस से जुड़ी चुनौतियों और नेतृत्व से संबंधित गड़बड़ियों का संज्ञान लिया और इस मामले पर RBI के साथ बातचीत भी की.
ये मामला पिछले 5-7 वर्षों में किए गए इंटरनल ट्रेड्स से जुड़ा है. इंडसइंड बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी थी कि इस गड़बड़ी से नेटवर्थ पर 2.35% तक असर पड़ सकता है. फिलहाल मामले में जांच जारी है.