मार्केट रेगुलेटर SEBI ने NSE डेटा एंड एनालिटिक्स लिमिटेड पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की सब्सिडियरी NSE डेटा एंड एनालिटिक्स पर कई नियमों की अनदेखी का आरोप है.
इस कंपनी को पहले डॉटएक्स इंटरनेशनल के नाम से जाना जाता था. ये कंपनी NSE को डेटा प्रोडक्ट्स मुहैया कराती है. SEBI ने पाया कि कंपनी डिजास्टर रिकवरी और बिजनेस कंटीन्यूटी प्लांस को सही से लागू करने में नाकाम रही है.
SEBI ने पाया कि कंपनी ने निवेशकों को पावती भेजकर जानकारी देने में काफी देरी की. जांच में पता चला कि 61 मामलों में 13 से 178 दिनों की देरी हुई. सेबी ने कंपनी के साइबर सुरक्षा सिस्टम और सिस्टम ऑडिट में कमियां पाईं. यही नहीं इनको सुलझाने और ऑडिट रिपोर्ट में इन्हें ठीक से दर्शाने में विफलता शामिल है.
सेबी नियमों के अनुसार कंपनी अपने ग्राहक को KYC (Know Your Customer) रिकॉर्ड को वैलिडेट यानी सत्यापित करने में नाकाम रही है. कंपनी के ऑपरेशन और उसके इंफ्रास्ट्रक्चर को अलग करने में अनियमितताएं देखी हैं. जिसके चलते कंप्लायंस के मामले बढ़े हैं.
सेबी के कारण बताओ नोटिस के जवाब में, NSE डेटा एंड एनालिटिक्स ने कहा है कि कंपनी पर जो आरोप लगाए गए हैं, वो प्रोसीजरल ज्यादा हैं. ज्यादातर मामले में मैन्युअल प्रक्रियाओं के चलते रिस्पॉन्स देने में देरी हुई है. कंपनी ने इस बात पर जोर दिया कि इन खामियों से निवेशकों को कोई खास नुकसान नहीं हुआ और सुधारात्मक कदम तुरंत उठाए गए हैं.