'SEBI ने जी-सोनी मर्जर को विफल करने की कोशिश की', सुभाष चंद्रा ने वित्त मंत्री को लिखी चिट्ठी

सुभाष चंद्रा ने अपनी चिट्ठी में SEBI के बारे में लिखा है कि रेगुलेटर 'पूर्व निर्धारित मानसिकता' के साथ काम कर रहा है.

Source: NDTV Profit

जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के फाउंडर और प्रोमोटर सुभाष चंद्रा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने मार्केट रेगुलेटर SEBI पर सोनी ग्रुप के साथ मर्जर को बाधित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.

हालांकि ये चिट्ठी सोनी के साथ जी ग्रुप के मर्जर टूटने के एक हफ्ते पहले 16 जनवरी को लिखी गई थी. सुभाष चंद्रा ने अपनी चिट्ठी में SEBI के बारे में लिखा है कि रेगुलेटर 'पूर्व निर्धारित मानसिकता' के साथ काम कर रहा है, चंद्रा ने वित्त मंत्री से माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स के हितों की रक्षा के लिए दखल देने की मांग की.

नोटिस की टाइमिंग पर उठाया सवाल

सुभाष चंद्रा ने चिट्ठी में लिखा है कि मैं ये सुझाव नहीं दे रहा हूं कि SEBI को जांच नहीं करनी चाहिए, अगर उन्हें किसी भी तरह का संदेह है, मेरी चिंता इस नए नोटिस के समय और इसकी जरूरत को लेकर है क्योंकि ये जी और कल्वर मैक्स के विलय की टाइमलाइन से मेल खाता है'.

सुभाष चंद्रा लिखते हैं कि ऐसे स्तर पर इस तरह का नोटिस जारी करना मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए मामले को सनसनीखेज बनाने की कोशिश लगती है. उन्होंने कहा कि उन्होंने नवंबर 2018 में SEBI को लिखी एक चिट्ठी में "जी के वैल्यूएशन पर असर डालने वाली ताकतों पर इसी तरह की चिंता जताई थी.

सोनी ने डील खत्म करने का ऐलान किया

सोनी ग्रुप और जी के बीच 10 बिलियन डॉलर की ये मर्जर डील देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी बनाने जा रही थी. ये मर्जर डील सोनी के भारतीय यूनिट कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (Culver Max Entertainment) और जी एंटरटेनमेंट (ZEEL) के बीच होनी थी, लेकिन 22 जनवरी, 2024 को सोनी ने ये कहते हुए डील को खत्म करने का ऐलान कर दिया कि जी ने तय वक्त पर शर्तें पूरी नहीं की.

इस डील के टूटने का असर ये हुआ कि जी के शेयरों में आई मंगलवार को तीन साल की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली, जी का शेयर मंगलवार को 25 जनवरी, 2019 के बाद सबसे ज्यादा निचले स्तर पर पहुंच गया, तब ये 33.55% तक टूटा था. बीते 12 महीने में जी का शेयर 24.61% तक टूटा चुका है.