राज्यसभा सांसद और सीनियर वकील महेश जेठमलानी (Mahesh Jethmalani) ने अदाणी ग्रुप (Adani Group) शेयरों को लेकर एक बड़ी बात कही है. महेश जेठमलानी ने कहा है कि न्यूयॉर्क बेस्ड 'द चाइना प्रोजेक्ट' नाम की कंपनी के फाउंडर ने 2023 की शुरुआत में अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों पर शॉर्ट पोजीशन बनाए.
जेठमलानी ने इस कंपनी के फाउंडर की चीनी सरकार से संबंध होने की बात भी कही.
उन्होंने कहा कि एनला चेंग (Anla Cheng) और उनका परिवार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) के लिए काम करता है और जनवरी से फरवरी 2023 के बीच अदाणी ग्रुप के शेयरों को बेचकर लगभग 25 मिलियन डॉलर कमाए.
उन्होंने 40 मिलियन डॉलर का अदाणी में शॉर्ट सेल करके जो मुनाफा कमाया, क्या ये उनका पैसा नहीं था? अगर ये पैसा उनका नहीं था तो किसका था? चीनी सरकार का था या किसी और का?महेश जेठमलानी, राज्यसभा सांसद
जेठमलानी का आगे कहना है कि क्या विदेशी निवेशक मार्क किंगडन (Mark Kingdon), चेंग और उनके परिवार ने कभी पहले भी भारतीय मार्केट में शॉर्ट सेल किया था? और जब किया तो उन्होंने अदाणी को ही सिर्फ निशाना क्यों बनाया?
जेठमलानी ने कहा कि, 'द चाइना प्रोजेक्ट' पिछले साल नवंबर में बंद हो गया. क्योंकि उसे जो फंडिंग मिलने वाली थी वो नहीं मिली, साथ ही उसके नापाक मंसूबे अमेरिका और चीन दोनों जगह जगजाहिर हो गए थे. इसलिए उसके लिए सिर्फ सब्सक्रिप्शन मॉडल पर चलते रहना संभव नहीं था.
जेठमलानी ने पारदर्शिता और जवाबदेही की बात उठाई है. साथी ही तीन मांगे भी उठाई हैं जिसमें अदाणी-हिंडनबर्ग मामले की गहन जांच भी शामिल है.
सेबी (SEBI) ने हिंडनबर्ग को भेजा नोटिस
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने आरोप लगाया है कि विदेशी निवेशक किंगडन कैपिटल (Kingdon Capital) और उसके ग्रुप ने हिंडनबर्ग के साथ अप्रत्यक्ष तौर पर मिलकर अदाणी ग्रुप की कंपनियों में शॉर्ट सेलिंग की और मुनाफा कमाया.
सेबी (SEBI) की एक जांच में पाया गया कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट को पब्लिश करने से पहले किंगडन और उसके साथियों को दी और शॉर्ट पोजीशन बनाने में मिलीभगत की.
सेबी ने कहा है कि, अदाणी एंटरप्राइजेज के फ्यूचर्स की शॉर्ट सेलिंग करके हिंडनबर्ग रिसर्च LLC, विदेशी निवेशक किंगडन और उसकी साथी संस्थाओं ने लगभग 31.4 मिलियन डॉलर का मुनाफा कमाया.
इसके लिए सेबी ने शॉर्ट-सेलर को कारण बताओ नोटिस भी नोटिस भेजा है.