भारत में एक बार फिर कोरोना अपने पैर पसार रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में अभी 257 केस एक्टिव हैं. जिसमें से भी ज्यादातर में हल्के लक्ष्ण ही देखने को मिल रहे हैं. लेकिन दिल्ली सरकार समेत देश के कई राज्यों की सरकारों ने कोरोना के फैलाव से बचने के लिए अपनी एहतियातन तैयारियां शुरू कर दी हैं.
केरल, तमिल नाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली में शुक्रवार को ही 23 नए केस सामने आए हैं, जिसके बाद राज्य की सरकारों ने अस्पतालों को एडवाजरी जारी कर बेड्स, ऑक्सीजन, दवाईयां और वैक्सीन तैयार रखने की सलाह दी है.
INSACOG के डेटा के मुताबिक भारत में 1 केस कोविड-19 के नए वेरिएंट NB.1.8.1 और चार केस LF.7 वेरिएंट के सामने आए हैं. मई 2025 तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन दोनों की वेरिएंट LF.7 और NB.1.8 सबवेरिएंट्स को वेरिएंट एंडर मॉनिटरिंग (VUMs) में रखा है. वैसे तो WHO ने अभी इन वेरिएंट्स को वेरिएंट ऑफ कंसर्न (VOCs) या वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOIs) कैटेगरी में नहीं डाला है लेकिन यही वेरिएंट्स चीन और एशिया के दूसरे देशों में तेजी से बढ़ रहा है.
दिल्ली सरकार की हेल्थ एडवायजरी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली में 23 नए कोविड केस सामने आए हैं. हालांकि सरकार ये जांच कर रही है कि ये दिल्ली के ही निवासी हैं या इनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री भी है.
एडवायजरी के मुताबिक दिल्ली सरकार ने सभी स्वास्थ्य संस्थान से कहा है कि सभी कोविड-19 सेंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजें. साथ ही अस्पतालों को तैयारी के तौर पर बेड्स, ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक और दूसरी दवाईयां और वैक्सीन भी तैयार रखने की सलाह दी है. इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि वेंटिलेटर, Bi-PAP, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और PSA भी फंक्शनल रहें इसका ध्यान रखा जाए.