प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी मुद्रा (Forex) नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में ई-कॉमर्स दिग्गजों, अमेजॉन और फ्लिपकार्ट से जुड़े कम से कम एक दर्जन प्रमुख विक्रेताओं के खिलाफ जांच शुरू की है.
एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ई-कॉमर्स दिग्गजों के कुछ प्रमुख विक्रेताओं के जरिए किए गए कुछ लेनदेन की जांच कर रही है, खासकर फेस्टिव बिक्री के दौरान हुए कारोबार की. ED ने गुरुवार को दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद और पंचकूला स्थित लगभग 22 जगहों में अमेजॉन, फ्लिपकार्ट के विक्रेताओं की तलाशी ली है.
एजेंसी ने तलाशी के दौरान दस्तावेज, कंप्यूटर और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं.
कानूनों का उल्लंघन का मामला
ED के अधिकारी ने बताया कि एजेंसी जल्द ही अमेजॉन, फ्लिपकार्ट से कुछ प्रोडक्ट की कीमतों को प्रभावित करने के लिए जवाब मांग सकती है.
उन्होंने कहा, 'हम कई शिकायतों को देख रहे हैं और ये भी देख रहे हैं कि क्या ये ई-कॉमर्स कंपनियां विक्रेताओं की इन्वेंट्री पर नजर रखती हैं या नहीं. AICPDF यानी All India Consumer Products Distributors Federation ने एक बयान में कहा कि ED का ये कदम छोटे दुकानदारों के बिजनेस की रक्षा करने के सरकार के संकल्प को दिखाता है.
AICPDF के राष्ट्रीय अध्यक्ष धैर्यशील पाटिल ने एक बयान में कहा, 'सरकार के इस कदम से ये भरोसा पैदा हुआ है कि कारोबारियों की आवाज सुनी गई है. हमें उम्मीद है कि छोटे व्यापारियों को बचाने के लिए कानून अपना सही रास्ता अपनाएगा. AICPDF ने CCI और ED दोनों से आग्रह किया है कि वो छोटे रिटेल दुकानदारों को नुकसान से बचाने और बाजार में निष्पक्ष कंपटीशन सुनिश्चित करने के लिए तेजी से कार्य करें.
अमेजॉन इंडिया ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. ई-कॉमर्स कंपनियां कथित तौर पर आरोप लगाया जाता है कि वो अपने सभी विक्रेताओं को समान अवसर नहीं दे रही हैं.