Kargil Vijay Diwas: विजय दिवस पर लद्दाख पहुंचे PM मोदी, अमर शहीद जवानों को किया नमन; आतंक पर 'पाक' को दे दी चेतावनी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले भारत की गिनती दूसरे देशों से हथियार मंगाने वाले देशों में होती थी, लेकिन अब तस्‍वीर बदल चुकी है.

Source: PTI/NDTV Profit Gfx

देश आज करगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है और देशभक्‍त वीर जवानों को याद कर रहा है. इस खास अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लद्दाख दौरे पर हैं.

पाकिस्‍तान पर भारत की जीत की रजत जयंती समारोह को लेकर शुक्रवार को यहां पहुंचे प्रधानमंत्री ने सबसे पहले द्रास में शहीदों को नमन किया. द्रास ब्रिगेड हेलीपैड पर उतरने के बाद सेना के अधिकारियों ने PM मोदी का स्वागत किया. वे युद्ध स्‍मारक पहुंचे और फिर विजय दिवस समारोह में शामिल हुए.

PM मोदी का संबोधन

द्रास में करगिल विजय दिवस समारोह पर अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले भारत की गिनती दूसरे देशों से हथियार मंगाने वाले देशों में होती थी, लेकिन अब तस्‍वीर बदल चुकी है. बीते 10 वर्षों में हमने डिफेंस रिफॉर्म्‍स को रक्षा क्षेत्र की पहली प्राथमिकता बनाया है. पढ़ें उनके संबोधनत की मुख्‍य बातें:

'राष्‍ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर होते हैं'

कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिये गए बलिदान अमर होते हैं. कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था, हमने ‘सत्य, संयम और सामर्थ्य’ का अद्भुत परिचय दिया था.

भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था. बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई.

'पाक के नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे'

पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है.

वो आतंकवाद के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है. लेकिन आज मैं उस जगह से बोल रहा हूं, जहां आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है.

मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. आतंकवाद को हमारे जाबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे, दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

'10 सालों में हमारी सेना आत्‍मनिर्भर हुई है'

  • आज की वैश्विक परिस्थियां पहले से अलग है, ऐसे में हमारी सेना को हथियारों और उपकरणों के साथ कार्यशाली और व्यवस्थाओं में आधुनिक होना चाहिए.

  • देश डिफेंस सेक्टर में बड़े बदलाव की राह देख रहा था, सेना भी इसकी मांग कर रही थी. लेकिन बदकिस्मती से इसे पहले इतना महत्व नहीं दिया गया.

  • बीते 10 सालों में हमने डिफेंस रिफॉर्म्‍स को रक्षा क्षेत्र की पहली प्राथमिकता बनाया. आज हमारी सेना ज्यादा सक्षम हुई है और आत्मनिर्भर भी हो रही है.

उन्‍होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर आज नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है. लद्दाख के विकास पर भी हमारा फोकस है. बीते पांच वर्षों में हमने लद्दाख के बजट को 1100 करोड़ से बढ़ाकर 6000 करोड़ कर दिया.'

PM मोदी का लद्दाख दौरा

लद्दाख दौरे पर प्रधानमंत्री के शेड्यूल में कई कार्यक्रम लिस्‍टेड हैं, जिनमें पुष्‍पांजलि समारोह के अलावा 'शहीद मार्ग' (वॉल ऑफ फेम) का दौरा, कारगिल युद्ध की कलाकृतियों के संग्रहालय का निरीक्षण, 'वीर नारियों' (युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियाें) से बातचीत और 'शिंकू ला सुरंग' का डिजिटली उद्घाटन शामिल है.

Also Read: विकसित भारत की नींव रखने वाला होगा बजट, दल की राजनीति से ऊपर उठकर काम करे विपक्ष: PM मोदी