Pahalgam Terror Attack: पहलगाम के गुनहगारों की हुई पहचान, NIA और आर्मी की कार्रवाई जारी, नहीं बख्‍शे जाएंगे आतंकी

हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए थे. अब इनकी वास्तविक तस्वीरें भी सामने आ गई हैं.

Source: NDTV

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की तस्वीर अब सामने आ चुकी है. सुरक्षाबलों को इन आतंकियों की तलाश है और इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन जारी है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, इस हमले को 6 आतंकियों ने अंजाम दिया था.

हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए थे. अब इनकी वास्तविक तस्वीरें भी सामने आ गई हैं, जिससे आतंकियों की पहचान और गिरफ्तारी में मदद मिलने की उम्मीद है.

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प्रधानमंत्री और गृहमंत्री एक्शन में

हमले की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर भारत लौटने का फैसला किया. वापस आते ही उन्होंने हाई लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में प्रधानमंत्री ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

गृहमंत्री अमित शाह भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से बात कर ऑपरेशन की जानकारी ली और पीड़ितों के परिजनों से भी मुलाकात की. सेना अब आतंकियों की तलाश में इलाके में घर-घर तलाशी अभियान चला रही है.

'हमें इंसाफ चाहिए'... रो पड़े परिजन

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की. गृहमंत्री के सामने परिजन फफक कर रो पड़े और न्‍याय की गुहार लगाई.

शाह ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्‍वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'पहलगाम के आतंकी हमले में अपनों को खोने का दर्द हर भारतीय को है. इस दुःख को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता. मैं अपने इन सभी परिवारों और पूरे देश को विश्वास दिलाता हूं कि बेगुनाह मासूम लोगों को मारने वाले इन आतंकियों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा.

अनुच्छेद 370 हटने के बाद बना TRF

इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है. ये संगठन पाकिस्तान में बैठा लश्कर का ही एक प्रॉक्सी ग्रुप है, जो कश्मीर घाटी में सक्रिय है. TRF का गठन अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुआ था.

शुरुआत में इसे एक ऑनलाइन प्रचार समूह के तौर पर देखा गया था, लेकिन धीरे-धीरे ये एक सक्रिय आतंकी संगठन में तब्दील हो गया. इसमें तहरीक-ए-मिल्लत इस्लामिया और गजनवी हिंद जैसे संगठनों के तत्व शामिल किए गए हैं, जिससे इसकी ताकत और नेटवर्क दोनों मजबूत हुए हैं.

मुख्‍यमंत्री ने की अनुग्रह राशि की घोषणा

जम्मू-कश्मीर के मुख्‍यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले पर दुख जाहिर किया है. CMO ने कहा कि इस बर्बर और निरर्थक हिंसक कृत्य ने मासूम नागरिकों को निशाना बनाया, जिसकी हमारे समाज में कोई जगह नहीं है. हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं.

उन्‍होंने कहा, 'हालांकि किसी भी धनराशि से प्रियजनों की क्षति की भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन समर्थन और एकजुटता के प्रतीक के रूप में, जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये/परिवार की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. इसके अलावा, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों के लिए 1 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.'

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