मशहूर फिल्म डायरेक्टर श्याम बेनेगल का निधन हो गया है. उन्होंने 90 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है. बेनेगल का देहांत मुंबई के वोकहार्ट हॉस्पिटल में सोमवार की शाम 6.38 पर हुआ. बेनेगल काफी समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे और शायद यही उनकी मृत्यु का कारण बना. ये जानकारी उनकी बेटी पिया बेनेगल ने दी.
9 दिन पहले 14 दिसंबर को ही उन्होंने अपने मित्रों और परिवार के साथ 90वां जन्मदिन मनाया था, जिसमें वो काफी खुश नजर आ रहे थे.
‘अंकुर’ श्याम बेनेगल की पहली फिल्म थी
श्याम बेनेगल ने अपने करियर की शुरुआत साल 1959 में एक विज्ञापन एजेंसी से की थी. इसके बाद उन्होंने 1962 में एक गुजराती डॉक्यूमेंट्री घर बैठा गंगा की.
अंकुर के साथ 1974 में फिल्म बेनेगल ने डायरेक्शन करियर की शुरुआत की थी. इसके अलावा निशांत, मंथन 'जुबैदा', 'वेलकम टू सज्जनपुर' और भूमिका उनकी चर्चित फिल्में थीं.
बेनेगल को पैरेलल यानी समानान्तर सिनेमा के नामी निर्देशकों में इनका नाम लिया जाता है. ये भारतीय सिनेमा का प्रगतिशील आंदोलन था, जिसमें कहानी, पात्र समाज की वास्तविकता पर आधारित होते हैं. इनमें लीक या परंपरा से हटकर कहानी कही जाती है.
1986 में उन्होंने टीवी की दुनिया में भी कदम रखा. दूरदर्शन के लिए धारावाहिक ‘यात्रा’ के नाम से उन्होंने अपना सीरियल डायरेक्ट किया था. जवाहरलाल नेहरू की किताब भारत एक खोज का टेली रुपांतर इसी नाम से श्याम बेनेगल ने ही किया था. 'कथा सागर' में कई साहित्यकारों की कहानियां का टेली रुपांतर किया.
श्याम बेनेगल की फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को बेहतरीन कलाकार दिए. इनमें नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, अमरीश पुरी, अनंत नाग, शबाना आजमी, स्मिता पाटिल और सिनेमेटोग्राफर गोविंद निहलानी प्रमुख हैं.