PV नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और MS स्वामीनाथन को मिलेगा भारत रत्न, केंद्र ने की घोषणा

केंद्र सरकार ने इसके पहले भारत के उप प्रधानमंत्री रहे लाल कृष्ण आडवाणी और बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न देने का ऐलान किया था.

केंद्र सरकार ने इस बार दो पूर्व प्रधानमंत्रियों और एक कृषि वैज्ञानिक को भारत रत्न देने का फैसला किया है. पूर्व प्रधानमंत्री PV नरसिम्हा राव (PV Narsimha Rao) और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) को इस साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जाएगा. इसके साथ ही केंद्र ने कृषि के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले MS स्वामीनाथन (MS Swaminathan) को भी भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

P V नरसिम्हा राव को भारत रत्न

PV नरसिम्हा राव की सरकार में देश ने उदारीकरण को शुरू किया और लागू किया. 1991 में, जब देश की आर्थिक हालत खराब थी, सरकार के पास कुछ ही दिन का फॉरेक्स रिजर्व बचा था, उस दौर में उन्होंने वित्त मंत्रालय की कमान मनमोहन सिंह को सौंपकर देश को उदारीकरण का तोहफा दिया. ये हालात उस दौर के हैं, जब केंद्र ने अपना सोना बेचकर सरकार चलाई थी.

PV नरसिम्हा राव की सरकार में कई बड़े आर्थिक बदलाव हुए.

  • कैपिटल मामलों के कंट्रोलर को हटाया गया

  • सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) को स्थापित किया गया, जिसके पास भारत के इक्विटी मार्केट को कंट्रोल किया जाना था.

  • 1994 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को शुरू किया गया, जिसमें कंप्यूटर के जरिए ट्रेडिंग की जा सकती थी.

  • विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया गया, जिसमें फॉरेन कैपिटल की हिस्सेदारी को 40% से बढ़ाकर 51% किया गया. इसके साथ ही कुछ सेक्टर में 100% विदेशी निवेश करने को मंजूरी मिली

  • 35 इंडस्ट्रीज में FDI निवेश को लाया गया

प्रधानमंत्री मोदी ने PV नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा करने के साथ लिखा, 'मुझे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री PV नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिए जाने की जानकारी देते हुए खुशी हो रही है.

एक बेहतरीन स्कॉलर और नेता, नरसिम्हा राव गारू ने भारत की सेवा करने में अपना अतुलनीय योगदान दिया है. बतौर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और बतौर सांसद काम करते हुए, दोनों ही कार्यकाल के लिए याद किया जाता है. उनकी लीडरशिप में देश को आर्थिक स्वतंत्रता मिली, जिनके नेतृत्व में भारत भारत आर्थिक रूप से स्वतंत्र होकर ग्रोथ और समृद्धि के सफर की नींव रखी.

भारत का आर्थिक विकास नरसिम्हा राव के कार्यकाल में तेजी से हुआ. फॉरेन पॉलिसी, भाषा और शिक्षा के क्षेत्र में उनके नेतृत्व में भारत न केवल बड़ी चुनौतियों के बीच से गुजर कर आगे निकला, इसके साथ ही भारत की सांस्कृतिक और इंटेलेक्चुअल धरोहर भी फली फूली'.

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न

भारत की आजादी में अपना योगदान देने वाले, 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, गृह मंत्रालय और उसके बाद प्रधानमंत्री के पद पर अपनी सेवाएं देने वाले चौधरी चरण सिंह को केंद्र सरकार ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का फैसला किया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के मौके पर ट्वीट कर कहा, 'यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की. वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है'.

MS स्वामीनाथन को भारत रत्न

हरित क्रांति के जनक MS स्वामीनाथन को केंद्र सरकार ने भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने का फैसला किया है.

स्वामीनाथन ने देश में कृषि के क्षेत्र की रूपरेखा बदलकर रख दी. वो एक कृषि वैज्ञानिक थे. उन्होंने गेहूं, चावल और आलू में एक नई क्रांति को जन्म दिया. यूनाइटेड नेशंस ने उन्हें 'फादर ऑफ द इकोनॉमिक इकोलॉजी' कहा था.

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प्रधानमंत्री मोदी ने MS स्वामीनाथन को भारत रत्न दिए जाने की जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'उन्होंने कृषि को मॉडर्नाइज करते हुए भारत को आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दिया. छात्रों के बीच एक इनोवेटर, मेंटर और रिसर्च हम एक प्रर्वतक और संरक्षक के रूप में उनके अमूल्य कार्य को भी पहचानते हैं और कई छात्रों के बीच सीखने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करते हैं. डॉक्टर स्वामीनाथन की दूरदृष्टि से ही भारत खाद्य सुरक्षा और समृद्धि के क्षेत्र को सुनिश्चित हो सका. मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता हूं और उनके विचारों का सम्मान करता हूं'.

केंद्र सरकार ने इसके पहले भारत के उप प्रधानमंत्री रहे लाल कृष्ण आडवाणी और बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न देने का फैसला किया है.लाल कृष्ण आडवाणी और कर्पूरी ठाकुर के बाद PV नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और MS स्वामीनाथन को भारत रत्न

केंद्र सरकार ने इस बार दो पूर्व प्रधानमंत्रियों को भारत रत्न देने का फैसला किया है. पूर्व प्रधानमंत्री PV नरसिम्हा राव और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को इस साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जाएगा. इसके साथ ही केंद्र ने कृषि के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले MS स्वामीनाथन को भी भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने इसके पहले भारत के उप प्रधानमंत्री रहे लाल कृष्ण आडवाणी और बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न देने का फैसला किया है.

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