NVIDIA ने भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए रिलायंस के साथ करार किया है. दोनों कंपनियां मिलकर AI सुपर कंप्यूटर्स का निर्माण करेंगी. इस करार के तहत रिलायंस के जेनरेटिव ऐप्स और लैंग्वेज मॉडल के लिए NVIDIA चिप और क्लाउड सर्विसेज उपलब्ध करवाएगी. इनका एक्जीक्यूशन और इंप्लीमेंटशन JIO के द्वारा मैनेज किया जाएगा.
RIL की टेलीकॉम कंपनी Jio Infocomm में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग किया जाएगा. NVIDIA की ChatGPT जैसी सर्विसेज में इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटिंग सिस्टम में मजबूत उपस्थिति है.
करार पर क्या बोली NVIDIA
NVIDIA ने एक स्टेटमेंट में कहा, 'रिलायंस के साथ करार से भारत की विविध भाषाओं पर प्रशिक्षित, भारत के अपने बड़े लैंग्वेज मॉडल की बुनियाद बनेगी और दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश के उपयोग के लिए जेनरेटिव AI एप्लीकेशंस के निर्माण में मदद मिलेगी.'
NVIDIA इस करार के जरिए GH200 ग्रेस हॉपर सुपरचिप और DGX क्लाउड उपलब्ध कराएगी. DGX क्लाउड, इस क्षेत्र में AI सुपरकंप्यूटिंग सर्विस है.
कई सेक्टर्स को AI इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाएगी रिलायंस
स्टेटमेंट में आगे कहा गया, 'रिलायंस अपने 45 करोड़ जियो कस्टमर्स के लिए AI एप्लीकेशंस और सर्विसेज का निर्माण करेगी और पूरे भारत में स्टार्टअप्स, डेवलपर्स और वैज्ञानिकों को एनर्जी-एफिशिएंट AI इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाएगी.'
AI की मदद से किसान अपनी स्थानीय भाषा में मौसम से जुड़ी जानकारी और फसलों की कीमत पता करने के लिए बात कर सकेंगे. इसके जरिए उन इलाकों में बीमारियों का स्कैन किया जा सकेगा, जहां डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं.
AI दशकों के डेटा का इस्तेमाल कर आने वाले तूफानों का बेहतर अनुमान लगा पाएगा, जिससे राहत-पुनर्वास की कोशिशों में मदद मिलेगी.
NVIDIA के देश में चार इंजीनियरिंग डेवलपमेंट सेंटर हैं. ये सेंटर हैदराबाद, पुणे, गुरुग्राम और बेंगलुरु में स्थित हैं.
इस डील के पहले, सोमवार को ही NVIDIA के फाउंडर और CEO जेनसेन हुआंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी.