दुनिया से दोगुनी रफ्तार से TB मुक्त हो रहा भारत, WHO ने की तारीफ

TB मुक्ति का ग्लोबल रेट 8.3%, भारत का 17.7%, WHO ने की भारत के हेल्थकेयर की सराहना.

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TB यानी ट्यूबरक्लोसिस एक गंभीर बिमारी है, जिसे लेकर भारत समेत दुनियाभर के सभी देश एक लड़ाई लड़ रहे हैं. TB से मुक्त होने की लड़ाई. इसी दिशा में एक सुखद खबर सामने आई है. WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने भारत में तेजी से कम होते ट्यूबरक्लोसिस के केस पर भारत सरकार की सराहना की है. WHO ने बताया कि भारत पूरी दुनीया के TB मुक्ति रेट यानी 8.3% से दोगुनी रफ्तार यानी 17.7% के रेट पर इस बीमारी को खत्म कर रहा है.

इस बात की जानकारी देश के स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) हैंडल पर दी. जेपी नड्डा ने अपने मंत्रालय और स्वास्थ्यकर्मियों को इस प्रयास पर बधाई दी और साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनका हौसला बढ़ाया.

जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा, ‘हम TB मुक्त भारत बनाने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2015 से 2023 तक टीबी की घटनाओं में 17.7% की गिरावट के साथ भारत की उल्लेखनीय प्रगति को मान्यता दी है.ये दर 8.3% की वैश्विक गिरावट के दोगुने से भी ज्यादा है.’

उन्होंने आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी विजन की सराहना करते हुए लिखा, ‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हमारी सरकार ने टीबी रोगियों को आवश्यक पोषण सहायता प्रदान करने के लिए नि-क्षय पोषण योजना और मल्टी-ड्रग प्रतिरोधी तपेदिक के लिए एक नए तरीके का उपचार, BPALM आहार की शुरूआत जैसी प्रमुख पहल करके राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का विस्तार और मजबूत किया है.’

साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने अपने मंत्रालय के अथक प्रयासों की भी सराहना की और समर्पित स्वास्थ्यकर्मियों के हौसले और जज्बे को सलाम किया.

इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पोस्ट पर लिखा, ‘सराहनीय प्रगति! टीबी की घटनाओं में गिरावट भारत के समर्पित और अभिनव प्रयासों का परिणाम है. सामूहिक भावना से हम टीबी मुक्त भारत की दिशा में काम करते रहेंगे.’

टीबी यानी ट्यूबरक्लोसिस एक संक्रामक बीमारी है. यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नाम के बैक्टीरिया की वजह से होती है. ये बैक्टीरिया हवा के जरिए फैलता है और आम तौर पर फेफड़ों को संक्रमित करता है. हालांकि, यह शरीर के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है.

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