अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर को हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस (HHS) यानी स्वास्थ्य और मानव सेवा का US सेक्रेटरी नियुक्त किया है. ये पद देश के स्वास्थ्य मंत्री का दर्जा देता है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस नियुक्ति की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा कि कैनेडी अमेरिका में सभी को 'हानिकारक' पदार्थों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
उन्होंने कहा, 'मुझे रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर को स्वास्थ्य और मानव सेवा (HHS) का सचिव घोषित करते हुए बहुत खुशी हो रही है. बहुत लंबे समय से, अमेरिकी नागरिक, उन इंडस्ट्रियल फूड कॉम्प्लेक्स और दवा कंपनियों की मनमानी का शिकार हो रहे हैं, जो पब्लिक हेल्थ के मामले में धोखाधड़ी, मिस-इंफॉर्मेशन और दुष्प्रचार में लिप्त हैं.'
आगे ट्रंप ने लिखा, 'सभी अमेरिकियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य किसी भी प्रशासन की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है और HHS ये सुनिश्चित करने में एक बड़ी भूमिका निभाएगा कि सभी को हानिकारक रसायनों, प्रदूषकों, कीटनाशकों और ड्रग उत्पादों से बचाया जाए.'
कैनेडी ने किया ट्रंप का धन्यवाद
ट्रंप प्रशासन में अहम जिम्मेदारी दिए जाने के बाद रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने राष्ट्रपति का धन्यवाद किया. उन्होंने X पर लिखा, ‘धन्यवाद ट्रंप, आपके नेतृत्व और साहस के लिए धन्यवाद. मैं अमेरिका को फिर से स्वस्थ बनाने के आपके दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हूं.'
कौन हैं रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर?
1954 में एक राजनीतिक परिवार में जन्मे रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर, अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के भतीजे और अमेरिकी अटॉर्नी जनरल और अमेरिकी सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी के बेटे हैं.
कैनेडी की शादी अभिनेत्री चेरिल हाइन्स से हुई है. उनके साथ एक बच्चे के अलावा, उनकी दो पिछली शादियों से 6 और बच्चे भी हैं.
रहस्य रह गई चाचा कैनेडी की हत्या
22 नवंबर 1963 को अमेरिका के टेक्सास में जॉन एफ कैनेडी की हत्या कर दी गई थी. इसको लेकर समय-समय पर कई खुलासे हुए, लेकिन कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाया.
FBI, वॉरेन कमीशन और हाउस सिलेक्ट कमेटी ऑन असैसिनेशन ने आधिकारिक तौर पर जिस ली हार्वी ऑस्वाल्ड को दोषी बताया था, उस पर मुकदमा चलाया जाना था, लेकिन इससे पहले ही उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई.
कुछ लोगों ने हत्या के तार क्यूबा से जोड़े. कहा गया कि वहां के तत्कालीन प्रधानमंत्री फिदेल कास्त्रो को खुश करने के लिए हत्या की गई. वहीं रूस की खुफिया एजेंसी पर भी हत्या के लिए संदेह किया गया.
हत्या के समय 'द बबुश्का लेडी' कही गई एक महिला भी वहां दिखी थी, जिके हाथ में हत्या के समय कैमरे की तरह दिखने वाला पिस्तौल था. हालांकि, उस महिला की कभी पहचान नहीं हो पाई.
काफी पढ़े-लिखे हैं कैनेडी जूनियर
कैनेडी ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की है. इससे पहले हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया है. कैनेडी ने यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया लॉ स्कूल से कानून की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने पेस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ में दाखिला लिया और पर्यावरण कानून में मास्टर डिग्री हासिल की.
कैनेडी जूनियर की उपलब्धियां
1986 से 2018 तक पेस लॉ स्कूल के फैकल्टी के तौर पर, कैनेडी ने खुद को पर्यावरण संबंधी कारणों और बच्चों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया.
उन्होंने नैचुरल रिसोर्स डिफेंस काउंसिल (NRDC) में एक वकील के रूप में काम किया, जहां उन्होंने पर्यावरण कानूनों और प्राकृतिक संसाधनों से जुड़े मामलों की लड़ाई लड़ी.
वे दुनिया के सबसे बड़े स्वच्छ जल वकालत समूह वाटरकीपर एलायंस के फाउंडर और चेयरमैन भी हैं, और वहां एक वकील के रूप में काम किया है.
वैक्सीन विरोधी हैं कैनेडी
कैनेडी का वैक्सीन विरोधी रुख जगजाहिर है. उनका मानना है कि टीके, बच्चों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. उन्होंने बच्चों के हेल्थ सिक्योरिटी की भी स्थापना की, जो बचपन की पुरानी बीमारी और विषाक्त जोखिमों को संबोधित करने के अभियान में चेयरमैन और चीफ इटिगेशन काउंसेल के रूप में काम कर रहे हैं. कैनेडी का वैक्सीन विरोधी रुख कोविड-19 के दौरान फिर से सामने आया, जब उन्होंने वैक्सीन के विकास और बिक्री पर सवाल उठाए.
पार्टी, पाला, समर्थन, इनाम...
पर्यावरण कार्यकर्ता, कैनेडी ने पिछले साल जो बाइडेन के खिलाफ डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा था, तब सुर्खियां बटोरी थीं.
पहले उन्होंने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और फिर अगस्त में डॉनल्ड ट्रंप के समर्थन में आ गए. उनका समर्थन तब हुआ, जब दोनों ने ट्रंप प्रशासन में कैनेडी की संभावित भूमिका पर चर्चा की.
चुनाव के दिन से ही, कैनेडी ने अमेरिका के सार्वजनिक स्वास्थ्य दिशानिर्देशों को सुधारने में महत्वपूर्ण कदम उठाने की कसम खाई है.
वे देश में एंटी-वैक्सीन सिद्धांतों को फैलाने वाले सबसे प्रमुख लोगों में से एक रहे हैं, जिन्होंने उनकी प्रभावकारिता और सुरक्षा के बारे में बयान दिए हैं.