एलन मस्क को डेलावेयर कोर्ट से झटका, 55 बिलियन डॉलर का वेतन पैकेज खारिज, छिन जाएगा नंबर 1 अमीर का ताज

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ये साबित करने में नाकाम रहे कि मस्क का पे-पैकेज वाजिब है

Source: Reuters

दुनिया के सबसे अमीर शख्स और इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला और SpaceX के CEO एलन मस्क को अमेरिका की एक कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है. डेलावेयर के एक जज ने एलन मस्क के 55 बिलियन डॉलर के पे-पैकेज को रद्द कर दिया, क्योंकि एक शेयरहोल्डर ने इसे हद से ज्यादा बताकर कोर्ट में चुनौती दी थी. डेलावयर कोर्ट का ये फैसला एलन मस्क की दौलत में कटौती तो करेगा ही साथ उनकी कंपनियों के भविष्य पर सवालिया निशान भी लगा सकता है.

डेलावेयर कोर्ट ने क्यों रद्द किया पे-पैकेज

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ये साबित करने में नाकाम रहे कि मस्क का पे-पैकेज वाजिब है या फिर इस बात के सबूत पेश करने में नाकाम रहा कि मोलभाव को लेकर कोई बातचीत भी की गई थी.

कोर्ट में मस्क के मोटे कम्पनसेशन पैकेज के खिलाफ ये याचिका टेस्ला के ही एक शेयरहोल्डर रिचर्ड टॉरनेटा ने दाखिल की थी. इस खबर के बाद टेस्ला के शेयरों में 3% की जोरदार गिरावट आई. टॉरनेटा के वकीलों ने तर्क दिया कि बोर्ड के सदस्य अपनी स्वतंत्रता इस्तेमाल करने में नाकाम रहे, क्योंकि उन्होंने कंपनी के CEO के लिए पे-पैकेज तैयार किया और मस्क को अपनी पसंद के मुताबिक अपनी वेतन योजना की डिटेल्स को अनुचित तरीके से बदलने की इजाजत भी दी.

मस्क की कोर्ट में पहली बड़ी हार

डेलावेयर कोर्ट का फैसला मस्क के लिए किसी कोर्ट में उनकी पहली बड़ी हार है, वो इसलिए क्योंकि अब मस्क को इतिहास के सबसे बड़े एग्जिक्यूटिव कम्पनसेशन प्लान को दिए जाने के पांच साल से ज्यादा समय के बाद अब टेस्ला के बोर्ड को फिर से शुरुआत करनी होगी और एक नए प्रस्ताव के साथ सामने आना होगा.

मस्क ने कभी भी अपने ऑप्शंस का इस्तेमाल नहीं किया क्योंकि क्योंकि उन्हें डेलावेयर चांसरी कोर्ट में चुनौती दी गई थी. ट्विटर को खरीदने के लिए कंपनी में अपने शेयरों का एक बड़ा हिस्सा बेचने के कई साल बाद मस्क ने बार-बार टेस्ला के बोर्ड से उनके लिए एक और बड़े स्टॉक की व्यवस्था करने को कहा था. मस्क का कहना है कि टेस्ला पर नियंत्रण बनाए रखने और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में और विस्तार करने के लिए उन्हें टेस्ला में बड़ी हिस्सेदारी की जरूरत है.

खाली करनी होगी अमीर नंबर-1 की कुर्सी

डेलावेयर कोर्ट के इस फैसले से मस्क की संपत्ति को लेकर चुनौतियां सामने आ गई हैं. करीब 51.1 बिलियन डॉलर के ऑप्शंस उनकी सबसे मूल्यवान संपत्तियों में से एक थे. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, इसके बिना उनकी कुल संपत्ति गिरकर 154.3 बिलियन डॉलर हो जाएगी, जिससे मस्क जो बीते कुछ साल से दुनिया के सबसे अमीर शख्स बने हुए हैं, फिसलकर तीसरे नंबर पर आ जाएंगे.