ताइवान के नजदीक चीन ने हाल ही में मिलिट्री ड्रिल की, जिस पर अमेरिका ने आपत्ति जताई और इसे उकसाने वाला बताया. अमेरिका ने साथ ही जोड़ा कि वह ताइपे सरकार को मदद करना जारी रखेगा. मंगलवार को अमेरिका की ओर से यह बयान आया.
अमेरिका चीन की इस हरकत से चिंता में है. ऐसी एक्टिविटी, जो अस्थिरता पैदा कर रही है, गलत अनुमानों का जोखिम उठा रही है और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर कर रही हैनेशनल सिक्योरिटी काउंसिल, अमेरिका
उन्होंने आगे कहा, "हमारी वन-चाइना पॉलिसी के तहत हम ताइवान की सेल्फ डिफेंस की क्षमता को बनाए रखने के लिए मदद करना जारी रखेंगे".
चीन-अमेरिका रिश्तों के बीच 'ताइवान'
ताइवान, चीन और अमेरिका के संबंधों में चिंता का सबब बना हुआ है और दोनों ही देशों के आपसी संबंधों को मजबूत बनाने के बीच भी यह मुद्दा अटका हुआ है, नवंबर महीने में G20 में बाइडेन और जिनपिंग की मीटिंग के फॉलो अप के लिए अमेरिकी स्टेट सेक्रेटरी एंटनी ब्लिंकन 2023 की शुरुआत में चीन की बीजिंग यात्रा पर जाएंगे.
सोमवार को अमेरिका के चीनी राजदूत क्विन गांग ने दोनों देशों के आपसी संबंधों पर नेशनल इंटरेस्ट मैगजीन में संकेत दिया था.
क्विन ने लिखा, "चीन और अमेरिका के बीच- इतिहास, संस्कृति, सामाजिक व्यवस्था और विकास के रास्ते में मतभेद - आने वाले 100 सालों तक जारी रहेंगे". उन्होंने कहा "लेकिन एक ही दुनिया के निवासी होने के कारण, हम एक दूसरे से बात कर सकते हैं और हमें करनी चाहिए, और दुनिया के प्रति अपने नजरिए के बीच अंतर को कम करना चाहिए, और आपसी सम्मान, शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और आपसी सहयोग का एक रास्ता निकालना चाहिए".
चीन ने ताइवान के नजदीक मिलिट्री ड्रिल की
इस हफ्ते की शुरुआत में चीन ने ताइवान के नजदीक सबसे बड़ी मिलिट्री ड्रिल की थी, जब अगस्त महीने में अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने ताइवान में आधिकारिक यात्रा की थी. चीन ने लोकतांत्रिक रूप से चलने वाले द्वीप की ओर 71 लड़ाकू विमान भेजे, जिस पर वह भविष्य में अधिकार होने का वादा करता है, इनमें 47 ने ताइवान स्ट्रेट या ताइवान के दक्षिण-पश्चिम हवाई-सुरक्षा जोन की मीडियन को पार किया.
इससे पहले चीनी सेना ने रविवार को कहा कि उसने अमेरिका और ताइवान की "मिलीभगत और उकसावे" के जवाब में यह ड्रिल की है.
पिछले हफ्ते, अमेरिकी सांसदों ने $1.7 ट्रिलियन के बिल पर सहमति जताई जिसमें ताइवान को $2 बिलियन के हथियारों की फंडिंग शामिल है.
चीनी सुरक्षा मंत्रालय ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा अथॉरिटी एक्ट की आलोचना की, जो ताइवान को $10 बिलियन के हथियार देने की अनुमति देता है, जो चीन के लिहाज से डराने वाला और चीन के आंतरिक मसलों पर दखल देने वाला है.