जब हम अपने भविष्य के लिए आर्थिक योजनाएं बनाते हैं, तो एक सवाल हमेशा हमारे दिमाग में आता है, क्या हम अपने आर्थिक लक्ष्य के लिए जरूरी पैसे जमा कर पाएंगे? जैसे बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए, या रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक जरूरतों के लिए. इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हमारे निवेश में किस रफ्तार से बढ़ोतरी होनी चाहिए, यह जानना जरूरी होता है. इसमें मदद करते हैं निवेश के विशेष नियम - रूल 72 और रूल 114, जो आपके निवेश को दोगुना या तिगुना करने के समय का कैलकुलेशन करने में मददगार होते हैं.
रूल 72 क्या है?
रूल 72 एक सरल फॉर्मूला है जो आपको ये बताता है कि आपके निवेश को दोगुना होने में कितना समय लगेगा. इसके लिए आपको 72 को उस ब्याज दर से भाग देना होगा, जो आप अपने निवेश पर हासिल कर रहे हैं या हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं. उदाहरण के लिए अगर आपको किसी स्कीम में किए गए निवेश पर 8% की दर से ब्याज मिल रहा है, तो आपके पैसा 9 साल (72/8 = 9) में दोगुने हो जाएंगे. इस नियम का उपयोग फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय विशेष रूप से फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे आप अपने निवेश की बढ़ोतरी के लिए जरूरी समय का अनुमान सही ढंग से लगा सकते हैं.
रूल 114 क्या है?
रूल 114 आपके निवेश को तिगुना करने के समय का कैलकुलेशन करता है. इसे जानने के लिए आपको 114 को उस ब्याज दर से भाग देना होगा, जो आपको अपने निवेश पर मिल रही है या मिलने की उम्मीद है. उदाहरण के लिए अगर आप 10% ब्याज दर वाली किसी योजना में निवेश कर रहे हैं, तो आपका पैसा लगभग 11.4 साल (114/10 = 11.4) में तिगुना हो जाएगा. रूल 114 भी लंबे समय के इनवेस्टमेंट टार्गेट को हासिल करने में बहुत मदद करता है. मिसाल के तौर पर 10 साल बाद बच्चों के हायर एजुकेशन या शादी-ब्याह पर होने वाले खर्च के लिए फंड जुटाने की प्लानिंग करने में इससे काफी आसानी हो जाती है.
महंगाई का असर और सही निवेश
महंगाई आपके बचत और निवेश पर बड़ा असर डालती है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार महंगाई दर इस वक्त करीब 4% के आसपास चल रही है, जो आगे चलकर बढ़ भी सकती है. महंगाई की मौजूदा दर का मतलब है कि आज के 1 लाख रुपये की कीमत 20 साल बाद लगभग 2.5 लाख रुपये रह जाएगी. यही कारण है कि निवेश के लिए सही स्कीम का चुनाव करना जरूरी है, ताकि महंगाई के बावजूद आपकी जमा पूंजी की परचेजिंग पावर जरूरत के हिसाब से बनी रहे.
पैसे 6 साल में डबल कैसे करें?
मान लीजिए आपने 5 लाख रुपये निवेश करने का फैसला किया है और आपको 6 साल बाद किसी महत्वपूर्ण खर्च के लिए 10 लाख रुपये चाहिए. इसके लिए आपको ऐसी स्कीम चुननी होगी, जिसमें सालाना 12% रिटर्न मिले. तभी रूल 72 के अनुसार, 72/12 यानी 6 साल में आपके पैसे दोगुने हो पाएंगे. भारत में अभी ऐसी कोई फिक्स्ड इनकम स्कीम नहीं है, जहां सालाना 12% रिटर्न मिल सके. इसलिए, आपको इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पों की ओर देखना होगा, जो लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देने की संभावना रखते हैं.
10 साल में तीन गुने कैसे करें पैसे?
मान लीजिए आपने 5 लाख रुपये का निवेश किया और 10 साल बाद आपको 15 लाख रुपये की जरूरत है. ऐसे में आपको कम से कम 12% सालाना रिटर्न वाली स्कीम में निवेश करना होगा. तभी रूल 114 के अनुसार 114/12 यानी 9.5 साल में आपके पैसे ट्रिपल यानी तीन गुने हो पाएंगे. भारत में फिक्स्ड इनकम स्कीम में निवेश करके इतना रिटर्न पाना संभव नहीं है, इसलिए इक्विटी म्यूचुअल फंड या दूसरे हाई-रिटर्न ऑप्शन खोजने पड़ेंगे.
ऊपर दिए उदाहरणों से साफ है कि रूल 72 और रूल 114 किस तरह यह जानने में निवेशकों की मदद करते हैं कि उनके पैसे को दोगुना या तिगुना करने में कितना समय लग सकता है. ये नियम ऐसे महत्वपूर्ण टूल्स हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग ज्यादा असरदार ढंग से तैयार कर सकते हैं और महंगाई को मात देते हुए अपने निवेश को सही दिशा दे सकते हैं.