S&P के बाद दूसरी एजेंसियां भी कर सकती हैं रेटिंग और आउटलुक को अपग्रेड, ब्रोकरेजेज ने जताया भरोसा

सिटी ने बुधवार को कहा कि ग्लोबल रेटिंग एजेंसी भारत की रेटिंग को 2026 के आखिर या उससे पहले अपग्रेड कर सकती है.

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ब्रोकरेजेज का कहना है कि S&P ग्लोबल (S&P Global) के भारत के लिए आउटलुक बढ़ाने के बाद दूसरी एजेंसियां भी रेटिंग अपग्रेड कर सकती हैं. सिटी ने बुधवार को कहा कि S&P ग्लोबल भारत की रेटिंग को 2026 के आखिर या उससे पहले अपग्रेड कर सकती है. ऐसे में मूडीज और फिच भी बजट बाद आउटलुक का दोबारा आकलन कर सकती हैं.

सिटी ने आगे कहा कि अपग्रेड के लिए 60% का प्री-कोविड पब्लिक डेट जरूरी नहीं है. बुधवार को S&P ने भारत के सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग आउलुक को स्टेबल से बढ़ाकर पॉजिटिव कर दिया. उसने देश में पॉलिसी की स्थिरता, आर्थिक सुधारों और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश को लेकर भरोसा जताया.

हालांकि उसने 'BBB-' लॉन्ग टर्म और 'A-3' शॉर्ट टर्म अनसोलिसिटेड फॉरेन और लोकल करेंसी सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग्स को बरकरार रखा.

आइए जानते हैं कि S&P ग्लोबल की ओर से रेटिंग के अपग्रेड करने पर ब्रोकरेजेज ने क्या कहा है.

सिटी

  • अब बाजार में चर्चा इस बात की होगी कि रेटिंग को कब अपग्रेड किया जाएगा, इस पर नहीं कि रेटिंग अपग्रेड होगी या नहीं.

  • चुनाव से पहले रेटिंग और बजट आउटलुक में अपग्रेडेशन भारत के स्ट्रक्चरल मैक्रो ड्राइवर्स में भरोसा दिखाता है.

  • सिटी के आउटलुक के समान S&P को उम्मीद है कि FY28 तक सरकार का फिस्कल डेफिसिट GDP के 6.8% और पब्लिक डेट GDP के 81% तक पहुंच सकता है.

  • रेटिंग का अपग्रेड इस पर निर्भर करेगा कि फिस्कल डेफिसिट लगातार GDP के 7% से कम बना रहे.

  • S&P की ओर से 2026 के आखिर के करीब रेटिंग अपग्रेड होने की उम्मीद, लेकिन उससे पहले अपग्रेडेशन से हैरान होने की जरूरत नहीं.

नोमूरा

  • अगले दो सालों में सॉवरेन रेटिंग के अपग्रेड होने की संभावना.

  • ग्रोथ, महंगाई, फिस्कल और बाहरी मापदंडों को लेकर अच्छी उम्मीद.

  • ब्रोकरेज के मुताबिक आम चुनाव के नतीजों का भारत की मैक्रो स्थिति पर बड़ा असर होगा.

  • S&P के कदम के बाद दूसरी एजेंसियों की ओर से अपग्रेडेशन की उम्मीद.

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