RBI August Bulletin: FY25 की दूसरी तिमाही में 7.2% रह सकती है GDP ग्रोथ; महंगाई पर संभलकर चलने की जरूरत

अगस्त के लिए जारी बुलेटिन में RBI ने कहा है कि भारत में मांग बढ़ रही है. बढ़ती मांग के पीछे की वजह ग्रामीण आय में हुई बढ़ोतरी है, जिससे वहां खपत में इजाफा हो रहा है.

Source:Reuters/Canva

RBI Bulletin: भारतीय रिजर्व बैंक के इकोनॉमिक एक्टिविटी इंडेक्स में Q2 FY25 में GDP ग्रोथ रेट 7.2% रहने का अनुमान लगाया है. अगस्त महीने के लिए जारी बुलेटिन में RBI ने कहा कि भारत में मांग बढ़ रही है.

बढ़ती मांग के पीछे की वजह बताते हुए बैंक ने कहा कि इनकम बढ़ने से ग्रामीण इलाकों में खपत में इजाफा हो रहा है. कुलमिलाकर बीते महीने मांग बढ़िया बनी रही.

कैपेक्स 2.45 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान

बैंक के मुताबिक अच्छी मांग बने रहने से फिलहाल धीमे पड़े प्राइवेट सेक्टर में निवेश तेज हो सकता है. RBI ने FY25 में कैपेक्स 2.45 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया है. RBI ने कहा कि निवेश साइकिल को बनाए रखना जरूरी है, इस पर कड़ी नजर रखनी होगी.

महंगाई पर फूंक-फूंक कर कदम रखने की जरूरत

वहीं महंगाई पर चर्चा करते हुए बैंक ने कहा कि फूड इन्फ्लेशन अब नॉन फूड बास्केट पर भी असर डाल रहा है. फूड प्राइस शॉक को महज ट्रांजिटरी फेज कहना सही नहीं है. अब फूड इन्फ्लेशन का नया सामान्य बनने का खतरा बढ़ गया है.

अगर बढ़ी हुई महंगाई जारी रहती है, तो सावधानी भरी मॉनिटरी पॉलिसी अपनानी होगी. अगर मॉनिटरी पॉलिसी में ढील दी जाती है तो हेडलाइन और कोर CPI अनियंत्रित हो सकता है.

हालांकि बैंक ने कहा कि महंगाई को कम करने के लिए अपनाई गई नीतियों से बहुत हद तक खुदरा महंगाई का विस्तार रोकने में कामयाबी मिली है.

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