Ghar Kharcha: 5 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंची रिटेल महंगाई, लेकिन घरेलू बजट पर अब भी दबाव

आलू, प्याज और टमाटर जैसी प्रमुख सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है.

प्रतीकात्मक फोटो

जुलाई 2024 में रिटेल महंगाई 5 साल के सबसे निचले स्तर पर यानी अगस्त 2019 के बाद से सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. लेकिन कागजों में महंगाई घटने के बावजूद आपके घरेलू बजट में कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. ऐसा इसलिए है क्योंकि बेस इफेक्ट के कारण रिटेल महंगाई इस साल जुलाई में 3.54% गिर गई, जबकि जून में ये 5.08% थी.

अनाज की महंगाई जुलाई में 8.14% रही है, जबकि जून में ये 8.75% थी दालों की महंगाई जुलाई में 14.77% रही, जून में 16.07% थी.

वहीं, मीट और मछली की महंगाई जुलाई में 5.97% रही, जून में 5.39% थी जबकि अंडों की महंगाई जुलाई में 6.76% रही, जून में 3.99% थी.

सब्जियों की कीमतों में 14.1% की बढ़ोतरी हुई है. प्रमुख सब्जियों (आलू, प्याज और टमाटर) की कीमतों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी जारी रही है, जिससे घरेलू बजट में कोई राहत मिलने की संभावना नहीं दिख रही है. टमाटर, जो एक साल पहले 100 रुपये प्रति किलो से ज्यादा पर बिक रहा था, उसकी कीमतों सालाना आधार पर कुछ कमी दिख रही है.

क्यों बिगड़ा बजट

जब यूटिलिटी की बात आती है, तो बिजली की महंगाई कम हो गई, जबकि सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जो एक साल पहले की तुलना में 20% से अधिक थी। किसी व्यक्ति के मासिक बजट में एक और बाधा मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी थी, मोबाइल टैरिफ जुलाई में 8.9% बढ़ गए है.