सब्जियों की ज्यादा कीमतों की वजह से सितंबर में वेज थाली (Veg Thali Prices) की कीमतों में 11% (YoY) की बढ़ोतरी हुई है. जबकि चिकन के दाम में गिरावट की वजह से नॉनवेज खाने की थाली (Non-Veg Thali Rates) के दाम में सालाना आधार पर करीब 2% की गिरावट आई है. क्रिसिल (Crisil) की ओर से शुक्रवार को जारी मंथली रिपोर्ट में ये जानकारी मिली है.
सितंबर में वेज थाली की अनुमानित कीमत 31.30 रुपये पर पहुंच गई, जबकि नॉनवेज थाली का दाम घटकर 59.30 रुपये पर पहुंच गया.
क्यों बढ़ीं वेज थाली की कीमतें?
क्रिसिल ने कहा कि वेज थाली की कीमत में इजाफा सब्जियों के दाम बढ़ने की वजह से देखने को मिला है. सब्जियां थाली की कीमत का 37% हिस्सा हैं. प्याज, आलू और टमाटर के दाम में सितंबर महीने के दौरान सालाना आधार पर क्रमश: 53%, 50% और 18% की बढ़ोतरी हुई है.
ऐसा बाजार में प्याज और आलू की आवक में कमी आने के चलते हुआ है. जबकि भारी बारिश ने आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में टमाटर के आउटपुट पर असर डाला है.
दालों की कीमतें वेज थाली के दाम में 9% हिस्सेदारी रखती हैं. पिछले साल उत्पादन में गिरावट के बीच इनकी कीमतों में 14% की बढ़ोतरी देखने को मिली है. इस साल इनका स्टॉक कम ही रहा है. क्रिसिल ने कहा कि इससे वेज थाली की कीमतों में और बढ़ोतरी हुई है.
नॉनवेज थाली का दाम क्यों घटा?
नॉनवेज थाली की कीमत आम तौर पर वेज के मुकाबले दोगुनी होती है. अब ये थाली पहले के मुकाबले सस्ती हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक इसके पीछे की वजह चिकन के दाम में सालाना आधार पर 13% की गिरावट है. चिकन, नॉनवेज थाली की कीमत का 50% हिस्सा है.
मंथली बेसिस पर नहीं बढ़ी कीमत
क्रिसिल ने कहा कि सालाना आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद पिछले महीने अगस्त के मुकाबले वेज और नॉनवेज थाली की कीमतें समान हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्याज के दाम में मासिक आधार पर 14% की बढ़ोतरी होने के बावजूद कीमतों में स्थिरता देखने को मिली है. कोल्ड स्टोरेज से स्टॉक रिलीज होने की वजह से आलू की कीमतों में 2% गिरावट आई है.
इसके अलावा दक्षिण और पश्चिम भारत के बाजारों से ज्यादा मात्रा में खेप आने से टमाटर के दाम 9% घटे हैं. इन दोनों वजहों ने थाली की कीमत में मासिक आधार पर बढ़ोतरी नहीं होने दी.