चीन को झटका! केंद्र ने स्टील इंपोर्ट पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी 5 साल के लिए बढ़ाई, क्‍या है वजह?

चीन, दुनिया का सबसे बड़ा स्‍टील उत्पादक है और ये भारत को ज्यादातर कोल्ड-रोल्ड कॉइल या शीट एक्सपोर्ट करता है.

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केंद्र सरकार ने चीन के स्‍टील (Chinese Steel) इंपोर्ट पर लगने वाली एंटी-डंपिंग ड्यूटी (Anti-Dumping Duty) को अगले पांच साल के लिए और बढ़ा दिया है. सरकारी की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, चीन से फ्लैट-बेस स्‍टील व्‍हील्‍स पर 613 डॉलर प्रति टन का एंटी-डंपिंग चार्ज लगाया गया है.

स्टील व्हील्स पर एंटी डंपिंग ड्यूटी 2018 में लगाई गई थी और DGTR यानी ट्रेड रेमेडीज निदेशालय (Directorate General of Trade Remedies) ने अगले 5 वर्षों तक इसे जारी रखने की सिफारिश की है.

स्‍टील इंपोर्ट की मॉनिटरिंग

केंद्रीय इस्पात सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा ने 4 सितंबर को कहा था कि स्टील इंडस्ट्रीज ने चीनी विक्रेताओं द्वारा संभावित डंपिंग पर चिंता जताए जाने के बाद केंद्र, इस्पात आयात (Steel Import) की स्थिति की निगरानी कर रही है.

YoY 62% बढ़ गया चीन से इंपोर्ट

अप्रैल-जुलाई के दौरान, चीन भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्‍टील एक्‍सपोर्टर था. इस अवधि के दौरान भारत का चीनी स्टील इंपोर्ट साल-दर-साल 62% बढ़कर 6 लाख टन हो गया.

कुल मिलाकर, देश ने इस दौरान 2 मिलियन मीट्रिक टन तैयार स्टील का इंपोर्ट किया, जो 2020 के बाद से सबसे ज्यादा, जबकि एक साल पहले की तुलना में 23% ज्यादा है.

चीन, दुनिया का सबसे बड़ा स्‍टील उत्पादक है और ये भारत को ज्यादातर कोल्ड-रोल्ड कॉइल या शीट एक्सपोर्ट करता है.

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