अमेरिका के न्याय विभाग (DoJ) और 16 अटॉर्नी जनरल ने एंटीट्रस्ट नियमों का उल्लंघन करने के चलते ऐप्पल Inc. (Apple Inc.) पर जुर्माना लगाया. कंपनी पर ये जुर्माना दूसरे पॉपुलर डिवाइस और सॉफ्टवेयर फीचर्स का इस्तेमाल करने पर रोक लगाने के चलते किया है.
न्यू जर्सी फेडरल कोर्ट का ये नतीजा iPhone मेकर कंपनी के खिलाफ 5 साल की जांच के बाद आया है. कानून लड़ाई में बाइडेन सरकार ने टेक कंपनी पर आरोप लगाया कि कंपनी ने ऐप डिस्ट्रीब्यूशन के उन स्तरों पर अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया, जिसके चलते यूजर्स दूसरे विकल्पों पर जा सकते थे.
क्या रही कानूनी लड़ाई?
स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) के समय से आंतरिक मेल और पॉलिसी के आधार पर, कंपनी ने डेवलपर्स के लिए मोनेटाइजेशन को बेहतर करने और स्मार्टफोन की कीमतें घटाने के बजाय, ऐप्पल कंपनी ने 'साइज बदलने के नियमों और रेगुलेशंस की एक नई कड़ी को लागू करके' डेवलपर्स को नुकसान पहुंचाया. एप्पल पर आरोप है कि उसने ज्यादा फीस लगाकर इनोवेशन को नुकसान पहुंचाया. उसने कई तरह के टूल्स का इस्तेमाल से दूसरों को दूर रखा, जिससे कंपटीटर्स के जरिए लोगों को घटिया क्वालिटी का यूजर एक्सपीरियंस मिला.
अमेरिका के न्याय विभाग ने कंपनी पर आरोप लगाया कि उसने कई टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट, सर्विसेज से लेकर सुपर ऐप, टेक्स्ट मैसेज, स्मार्टवॉच, डिजिटल वॉलेट और कई चीजों पर इसी तरह का हथकंडा अपनाया.