क्या सहयोगियों के साथ एकमत होने में BJP को जाएगी दिक्कत? JDU नेता ने रखी अग्निवीर योजना की समीक्षा की मांग

JDU नेता KC त्यागी बोले- 'चुनाव में अग्निवीर योजना ने पहुंचाया नुकसान'

प्रतीकात्मक फोटो

लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत हासिल ना करने के चलते BJP के लिए आगे की राह बीते दो कार्यकाल की तरह बहुत आसान लगती नजर नहीं आ रही है. कम से कम अलग-अलग मुद्दों पर सहयोगियों के साथ टकराव होने की संभावना तो बन ही सकती है.

इस बीच सरकार गठन के पहले ही JDU नेता KC त्यागी ने अग्निवीर योजना को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना पर फिर से विचार करने की जरूरत है.

उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग भी दोहराई है, ताकि राज्य से पलायन रोका जा सके.

अग्निवीर योजना ने पहुंचाया चुनाव में नुकसान

अग्निवीर योजना का पूरा देश में जबरदस्त विरोध हुआ था. चुनाव के नतीजों पर भी इसका असर हुआ है. जरूरत है कि इसकी समीक्षा की जाए. सेना में रहे सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ अन्य लोगों में अग्निवीर योजना पर बड़ा असंतोष था. ना केवल इन लोगों ने, बल्कि इनके परिवार वालों ने भी चुनाव में अपना विरोध दर्ज कराया. जरूरत है कि आज इसपर फिर से विमर्श किया जाए.
के सी त्यागी, नेता, JDU

हम NDA के मजबूत सहयोगी हैं. अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में हम कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. हमारा मानना है कि अगर पलायन रोकना है, तो बिहार के विकास के लिए विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए.

त्यागी ने वन नेशन वन इलेक्शन के विचार पर BJP को समर्थन भी दोहराया है.

खास मंत्रालयों की मांग

इससे पहले NDTV ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि चंद्रबाबू नायडू के बाद नीतीश कुमार ने बिहार के लिए विशेष राज्य की मांग के साथ कुछ मंत्रालयों को अपने पोर्टफोलियो के लिए मांगा है.

NDTV ने JDU सूत्रों के हवाले से बताया है कि नीतीश कुमार ने 'मोदी 3.0' कैबिनेट में सांसदों की संख्‍या के मुताबिक, 3 मंत्रालयों की मांग रखी है. उन्‍होंने 4 सांसदों पर 1 मंत्रालय का फॉर्मूला सामने रखा है. यानी चूंकि उन्‍होंने 12 सीटें जीती हैं, सो NDA में वो 3 मंत्रालय चाहते हैं. मंत्रालयों में उनकी नजर रेल, वित्त और कृषि मंत्रालय पर है, जिसमें रेल मंत्रालय प्राथमिकता में है.

बता दें कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में NDA को 293 और I.N.D.I.A. को 232 सीटें मिली हैं. NDA में BJP को 240 सीटें आई हैं, वहीं 16 सीटों के साथ TDP और 12 सीटों के साथ JDU गठबंधन में अहम भूमिका रखती है. सरकार बनाने के लिए फिलहाल BJP को इन दोनों पार्टियों को साथ रखना जरूरी है. संसदीय दल की बैठक में दोनों ही नेताओं ने अपना समर्थन भी दिया है, लेकिन साथ ही कुछ मांगें भी सामने रख दी है.

नायडू ने भी रखी हैं शर्तें

नीतीश कुमार से पहले चुनाव में 16 सीटें लाने वाले चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने भी BJP के सामने अपनी शर्तें रखी हैं. TDP ने लोकसभा स्पीकर की पोस्ट के साथ मंत्रालयों की भी मांग की है. उन्‍होंने हर 3 सांसद पर एक मंत्रालय का फॉर्मूला सामने रखा है. यानी TDP को 16 सांसदों के समर्थन के बदले 5 मंत्रालय चाहिए.

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