महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP-अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) पर शनिवार रात को फायरिंग हुई जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. बाबा सिद्दीकी पर ये हमला तब हुआ जब वो अपने बेटे और बांद्रा पूर्व (Bandra East) से विधायक, जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के ही करीब थे.
हमले के तुरंत बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. महाराष्ट्र में चुनाव जल्द ही होने वाले हैं और उससे पहले इस घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी खलबली मचा दी है. मुंबई पुलिस ने जानकारी दी है कि 2 हमलावरों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान
इस घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बातचीत की और कहा, "ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, इसमें 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 1 आरोपी फरार है. एक आरोपी हरियाणा से है और दूसरा उत्तर प्रदेश से है. तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम काम कर रही है. इन तीनों आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी".
नहीं बख्शे जाएंगे आरोपी: अजीत पवार
महाराष्ट्र के डिप्टी CM और NCP नेता, अजीत पवार ने X पर लिखा कि इस घटना की सघन जांच की जाएगी और हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस घटना के पीछे के मास्टरमाइंड को भी ट्रेस किया जाएगा.
मुंबई पुलिस का आधिकारिक बयान
मुंबई पुलिस ने बताया 12 अक्टूबर को रात 9:15 बजे, जब बाबा सिद्दीकी अपने बांद्रा (पश्चिम) स्थित कार्यालय से अपने आवास की ओर जा रहे थे, 3 हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं. बाबा सिद्दीकी को तुरंत इलाज के लिए लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से पहले का नाम गुरमेल बलजीत सिंह है और ये हरियाणा का रहने वाला है. दूसरे का नाम धर्मराज राजेश कश्यप है और ये उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. इन दोनों की उम्र क्रमश: 23 वर्ष और19 वर्ष बताई जा रही है.
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ है कि हमले की साजिश पहले से ही रची गई थी और तीसरे आरोपी की तलाश जारी है. इस मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है, और सभी संभावित एंगल से मामले की जांच की जा रही है.
शरद पवार ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
घटना के बाद महाराष्ट्र के अन्य दलों के नेताओं ने भी ट्वीट के जरिए दुख जताया और राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल भी खड़े किए. NCP (SP) नेता, शरद पवार ने कहा कि, 'प्रदेश की कमजोर कानून व्यवस्था एक चिंता का विषय है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या दुखद है. बाबा सिद्दीकी को हृदय से श्रद्धांजलि'.
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम थे बाबा सिद्दीकी
महाराष्ट्र की राजनीति में बाबा सिद्दीकी का कद काफी बड़ा था. बाबा सिद्दीकी 3 बार के विधायक रह चुके थे और करीब 48 साल तक वो कांग्रेस से जुड़े रहे थे. इसी साल फरवरी में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़कर अजीत पवार की NCP को ज्वाइन कर लिया था.
बाबा सिद्दीकी पहली बार बांद्रा पश्चिम (Bandra West) से 1999 में विधायक का चुनाव जीते थे. इसके बाद वो 2004 और 2009 में भी विधायक चुने गए. 2004 से 2008 के बीच उन्होंने राज्य सरकार में मंत्री पद भी संभाला था.
बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी फिलहाल बांद्रा पूर्व (Bandra East) से विधायक हैं.