हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट से मिली जमानत; 5 महीने से जेल में हैं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री

ED ने आरोपों में कहा था कि सोरेन ने रिकॉर्ड्स में छेड़छाड़ की एक योजना चलाई, जिससे गढ़ंत ट्रांजैक्शंस और फर्जी दस्तावेजों के जरिए रांची में 8.86 एकड़ जमीन खरीदी गई. जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में है.

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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लैंड स्कैम मामले में बेल मिल गई है. सोरेन बीते 5 महीने से जेल में हैं.

न्यूज एजेंसी PTI से बात करते हुए सोरेन के वकील अरुणाभ चौधरी ने कहा, 'कोर्ट ने कहा कि प्राथमिक तौर पर हेमंत सोरेन दोषी नहीं हैं. इसकी भी कोई संभावना नहीं है कि याचिकाकर्ता जमानत पर रहने के दौरान कोई अपराध कर सकता है.'

सोरेन को 50,000-50,000 के दो मुचलकों पर जमानत दी गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि सोरेन जल्द जेल से रिहा हो जाएंगे, क्योंकि उनके ऊपर कोई दूसरा केस भी नहीं है.

31 जनवरी को हुई थी गिरफ्तारी

बता दें ED ने झारखंड मुक्ति मोर्च के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था.

उनके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए थे. ED ने आरोपों में कहा था कि उन्होंने रिकॉर्ड्स में छेड़छाड़ करने के लिए एक योजना चलाई, जिसमें गढ़ंत ट्रांजैक्शंस और फर्जी दस्तावेजों के जरिए रांची में 8.86 एकड़ जमीन खरीदी गई, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में है.

सोरेन अपने ऊपर लगे आरोपों को लगातार खारिज करत रहे हैं और उन्होंने BJP पर उन्हें गिरफ्तार करवाने के आरोप लगाए थे, क्योंकि जल्द लोकसभा चुनाव होने वाले थे.

पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिली थी राहत

बता दें रांची के स्पेशल कोर्ट ने सोरेन को जमानत देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद हाई कोर्ट ने भी उनकी गिरफ्तारी को रद्द करने से मना कर दिया था. इसके बाद सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जहां उन्होंने चुनाव में कैंपेन करने के आधार पर जमानत की अपील की थी. लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली थी. इसके चलते वे केजरीवाल की तरह जमानत पर आकर INDIA ब्लॉक के लिए प्रचार नहीं कर पाए थे.

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