Cash-For-Query: महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द, नहीं मिला लोकसभा में बोलने का मौका, जानें आज क्या-क्या हुआ

एथिक्स कमिटी ने 9 नवंबर की बैठक में मोइत्रा पर अपने फैसले स्वीकार किया था. 6 सदस्यों ने महुआ की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश का समर्थन किया था, जबकि 4 ने विरोध किया था.

Source: BQ Prime

पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द (Mahua Moitra Suspended) कर दी गई है. लोकसभा में चर्चा के बाद ये फैसला लिया गया है.

लोकसभा में हुआ हंगामा

महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) पर एथिक्स कमिटी (Ethics Committee) की रिपोर्ट शुक्रवार को लोकसभा में पेश की गई थी. कमिटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर के रिपोर्ट रखते ही लोकसभा में हंगामा हो गया और विपक्ष के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की.

इसके चलते लोकसभा की कार्रवाई को 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा था. स्पीकर ने 2 बजे से आधे घंटे के लिए मामले पर चर्चा करवाने की अनुमति दी थी

महुआ को नहीं मिला बोलने का मौका

इस दौरान TMC सांसदों ने लगातार महुआ मोइत्रा को बोलने देने की अनुमति की मांग की. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.

TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि 'महुआ को बोलने का मौका ना देकर, पीड़ित की सुनवाई ना करना अन्याय है.' TMC सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने भी महुआ को बोलने का मौका देने की अपील की.

इस बीच स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष की मांग पर साफ कहा कि 'नियमों को तोड़कर किसी को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सदन की एक परंपरा है, उसी के मुताबिक कार्रवाई चलेगी.'

बता दें एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा की सदस्यता को रद्द करने की सिफारिश की गई थी. कमिटी ने 9 नवंबर की बैठक में मोइत्रा पर अपने फैसले स्वीकार किया था. 6 सदस्यों ने महुआ की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश का समर्थन किया था, जबकि 4 ने विरोध किया था.

क्या थे महुआ पर आरोप?

'पैसे के बदले सवाल' मामले (Cash-For-Query) में बड़ा खुलासा हुआ था. कारोबारी दर्शन हीरानंदानी (Darshan Hiranandani) ने माना था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और उद्योगपति गौतम अदाणी (Gautam Adani) की इमेज को खराब करने के लिए TMC सांसद महुआ मोइत्रा को पैसे देकर संसद में सवाल करवाए थे. हालांकि महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी के आरोपों का खंडन किया था.

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