बिहार के पूर्व डिप्टी CM और BJP के सीनियर लीडर सुशील मोदी नहीं रहे. सोमवार की शाम दिल्ली स्थित एम्स में उनका निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे और पिछले कई महीने से कैंसर से जूझ रहे थे.
पिछले महीने ही उन्होंने अपने X हैंडल पर पोस्ट कर बताया था कि वे पिछले 6 महीने से कैंसर से जूझ रहे हैं और इस वजह से लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ेंगे.
PM मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशील मोदी के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने अपने X हैंडल से पोस्ट कर लिखा, 'पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है. बिहार में BJP के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है.'
आगे उन्होंने लिखा, 'आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी. वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे. राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी. उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए. GST पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी.'
'बिहार के लिए अपूरणीय क्षति'
उनके निधन को लेकर कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. NDA नेताओं के अलावा विपक्ष के नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक जताया है. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा, 'पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के समय यानि विगत 51-52 वर्षों से हमारे मित्र भाई सुशील मोदी के निधन से दुखी हूं.'
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और तेजप्रताप यादव ने भी उनके निधन पर दु:ख व्यक्त किया.
बिहार के डिप्टी CM विजय कुमार सिन्हा ने उनके निधन की जानकारी साझा करते हुए कहा, 'BJP के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी हमारे बीच नहीं रहे. पूरे BJP परिवार के साथ-साथ मेरे जैसे असंख्य कार्यकताओं के लिए ये एक अपूरणीय क्षति है.'
उन्होंने लिखा, 'अपने संगठन कौशल, प्रशासनिक समझ और सामाजिक राजनीतिक विषयों पर अपनी गहरी जानकारी के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे.'
आम चुनाव से बना ली थी दूरी
सुशील कुमार मोदी कैंसर से जूझ रहे थे और इस बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने आम चुनाव से खुद को दूर रखने की बात कही थी. इस दौरान उनकी जो तस्वीरें सामने आई थी, उसने हर किसी को हैरान कर दिया था. उन्हें इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था.
बिहार BJP ने उनके निधन पर शाेक जताया है. पार्टी ने कहा, 'हमने एक बड़े सेनानी को खो दिया, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती.
इसी साल राज्यसभा में पूरा हुआ था कार्यकाल
इसी वर्ष सुशील मोदी की राज्यसभा सदस्यता समाप्त हुई थी. पार्टी ने उन्हें दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा तो ऐसी अटकलें लगाई जानें लगी कि वे लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन कैंसर से ग्रसित होने की बात साझा कर उन्होंने लोगों को चौंका दिया था. उन्होंने खुद लोकसभा चुनाव से दूरी बनाने की बात कही थी. कैंसर के चलते ही वो पिछले कुछ महीनों से सार्वजनिक मंचों से दूरी बनाए हुए थे.