CPM के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी का 72 साल की उम्र में निधन

दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र रहे येचुरी ने SFI यानी स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से राजनीतिक करियर शुरू किया था

Source:NDTV

वरिष्ठ वामपंथी नेता और CPM महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार, 12 सितंबर को निधन हो गया है. सीताराम 72 साल के थे और दिल्ली के AIIMS में चेस्ट इंफेक्शन यानी सांस में दिक्कत का इलाज करा रहे थे. उन्हें 19 अगस्त को AIIMS दिल्ली में भर्ती कराया गया था, 25 दिन से उनका इलाज चल रहा था. वे निमोनिया (pneumonia) जैसे संक्रमण से पीड़ित थे. येचुरी ने हाल ही में मोतियाबिंद की सर्जरी भी कराई थी. येचुरी 2005 से 2017 तक राज्यसभा के सदस्य रहे है.

सीताराम येचुरी का राजनीतिक सफर

दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज (St Stephen's) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) के छात्र रहे येचुरी ने SFI यानी स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से राजनीतिक करियर शुरू किया था और 1975 में वो कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हुए थे. येचुरी JNU से अर्थशास्त्र में PhD कर रहे थे जब इंदिरा गांधी सरकार ने 1975 में आपातकाल लागू किया था. तत्कालीन सरकार ने उन्हें कई अन्य नेताओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था, जिन्होंने बाद में राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

जेल से बाहर आने के बाद येचुरी JNU छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. इसी दौरान उनकी मुलाकात कॉमरेड प्रकाश करात से भी हुई.

1992 में, उन्हें पोलित ब्यूरो सदस्य के रूप में चुना गया था. चार साल बाद, वे उन नेताओं में शामिल थे जिन्होंने संयुक्त मोर्चा सरकार के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. येचुरी ने 2004 में UPA सरकार के लिए गठबंधन बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.