भारत और कनाडा के संबंध खराब होते जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच डिप्लोमेटिक तनातनी लगातार तूल पकड़ती नजर आ रही है. इसी बीच बीते मंगलवार को कनाडा के उप-विदेश मंत्री ने गृह मंत्री अमित पर गंभीर आरोप लगाए, जिस पर भारत ने जबरदस्त पलटवार किया है.
भारत ने कनाडा के उच्चायुक्त को समन किया है और गृह मंत्री अमित शाह पर लगाए आरोपों को बेतुका और निराधार बताया. साथ ही ये भी साफ किया कि ऐसी घटनाओं के बाद भारत और कनाडा के द्विपक्षीय संबंध और ज्यादा बिगड़ सकते हैं.
क्या है पूरा मामला ?
बीते साल खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई थी. जिसे लेकर दोनों देशों के बीच डिप्लोमेटिक तनातनी जारी थी. इसी बीच मंगलवार को कनाडा के उप-विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने गृह मंत्री अमित शाह पर सिख अलगाववादियों को निशाना बनाने का गंभीर आरोप लगाया.
जिसे लेकर अब भारत की प्रतिक्रिया सामने आई है. जिसमें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हमने कल कनाडाई उच्चायोग के प्रतिनिधि को तलब किया था. 29 अक्टूबर को ओटावा में सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर स्थायी समिति की कार्यवाही के संदर्भ में एक राजनयिक नोट सौंपा गया है. भारत सरकार केंद्रीय गृह मंत्री पर लगाए गए बेतुके और निराधार आरोपों का कड़े शब्दों में विरोध करती है.’
जायसवाल ने आगे कहा, ‘मॉरिसन ने कहा था कि उन्होंने गृह मंत्री शाह के नाम की पुष्टि वॉशिंगटन पोस्ट से की है, जिसने सबसे पहले आरोपों की रिपोर्ट की थी. विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि ये साबित करता है कि बड़े कनाडाई अधिकारी जानबूझकर मीडिया को निराधार दावे लीक करते हैं.' जायसवाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की हरकतों से भारत और कनाडा के बीच संबंधों पर ‘गंभीर परिणाम’ पड़ेंगे.
हाल ही में कनाडा की नेशनल साइबर थ्रेट असेसमेंट ने भारत को चीन, रूस और नॉर्थ कोरिया के साथ खतरे की श्रेणी में डाला था, जिसे लेकर भी भारत ने अपना विरोध जाहिर किया और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ये भी कहा कि भारत के कुछ वाणिज्य दूतावास अधिकारियों को कनाडा सरकार ने सूचित किया था कि उन पर निगरानी रखी जा रही है, जो राजनयिक परंपराओं का ‘घोर उल्लंघन’ है. जायसवाल ने साफ किया कि नई दिल्ली इस कार्रवाई को उत्पीड़न और धमकी के रूप में देखती है.
साथ ही एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, कनाडा में दिवाली के उत्सव को रद्द करने की खबरें सामने आ रही हैं, ये दुखद है और दर्शाता है कि कनाडा किस असहनीयता पर पहुंच चुका है.