भारतीय AI अपनाने में तेजी ला रहे हैं, लेकिन AI स्किल का सही टैलेंट ढूंढना बड़ा चैलेंज: लिंक्डइन सर्वे

लगभग 64% का मानना ​​है कि AI-पावर्ड टूल्स रिक्रूटमेंट को तेज और आसान बना सकते हैं

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भारतीय बिजनेस लीडर्स AI अपनाने में तेजी ला रहे हैं और अब ये सिर्फ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि बिजनेस की जरूरत बन गया है. हाल ही में हुए एक लिंक्डइन सर्वे के मुताबिक 98% बिजनेस लीडर्स का कहना है कि 2025 के लिए उनकी प्राथमिकता AI को अपने बिजनेस में अपनाने में तेजी लाना है. लेकिन अभी भी स्किल और टैलेंट का मिलना एक चुनौती बनी हुई है.

AI और स्किल का सही टैलेंट ढूंढना बड़ा चैलेंज

भारत में स्किल गैप काफी बड़ा मुद्दा है, खासकर AI और टेक फील्ड में. HR प्रोफेशनल्स का ये कहना है कि उन्हें मिलने वाले नौकरी के आवेदनों में से केवल आधे या उससे भी कम सभी आवश्यक योग्यताएं पूरी करते हैं. सबसे ज्यादा डिमांड वाली जो स्किल्स है उनमें है- सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट (44%), AI स्किल (34%), इंजीनियरिंग (44%) और सॉफ्ट स्किल्स जैसे कम्युनिकेशन और प्रॉब्लम सॉल्विंग (33%) जैसी स्किल्स शामिल हैं.

2025 में HR कर रहे हैं ‘सिलेक्टिव हायरिंग’

इतने सारे आवेदन आने के बावजूद रिक्रूटर्स अब ज्यादा सिलेक्टिव हो रहे हैं- HR प्रोफेशनल्स का कहना है कि उन्हें 47% ऐसे आवेदन मिलते हैं जो उस भूमिका के लिए चाहिए ही नहीं है, और 41% रिक्रूटर्स 2025 में ज्यादा चुनिंदा नियुक्तियां कर रहे हैं. 55% का कहना है कि वो सिर्फ उन्ही कैंडिडैट्स पर विचार करेंगे जो नौकरी के लिए 80% से ज्यादा क्वालिफिकेशन को पूरा करते है. HR प्रोफेशनल्स अब क्वालिटी पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं, और 64% ये मान रहे है कि AI टूल्स हायरिंग प्रोसेस को तेज और आसान बना सकते है.

अपस्किलिंग पर दोगुना जोर

अच्छी बात ये है कि लीडर्स अपस्किलिंग पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं. 84% HR प्रोफेशनल्स कह रहे हैं कि 2025 के लिए कर्मचारियों को नई स्किल्स सीखाना, खासकर AI और सॉफ्ट स्किल्स उनकी बड़ी प्राथमिकता है, अब सॉफ्ट स्किल्स जैसे क्रिएटिविटी, जिज्ञासा और कम्युनिकेशन को भी टेक्निकल स्किल्स के बराबर अहमियत मिल रही हैं.

लिंक्डइन भी नए AI से चलने वाले टूल्स ला रही है जो रिक्रूटर्स को हायरिंग प्रोसेस को स्ट्रीमलाइन करने में मदद करेगा. भारत में लगभग 37% HR रोजाना 1-3 घंटे नौकरी के आवेदनों को छांटने में बिताते हैं, और 64% का मानना ​​है कि AI-आधारित टूल्स भर्ती को तेज और आसान बना सकते हैं. LinkedIn का नया हायरिंग असिस्टेंट दोहराव वाले टास्क, समय लेने वाले काम को संभालता है ताकि रिक्रूटर ज्यादा समय हायरिंग मैनेजरों को सलाह देने, उम्मीदवारों से जुड़ने और बेहतरीन उम्मीदवार अनुभव बनाने में बिता सकें.

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