Byju's Townhall: फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कर्मचारियों से की बात, दिक्कतें दूर करने का दिलाया भरोसा

हमें जल्द से जल्द ऑडिट पूरा करने की जरूरत है और मुझे भरोसा है कि नए CFO के साथ हम ये पूरा कर पाएंगे: बायजू रवींद्रन

Source: Company Website

मुश्किलों में फंसी एडटेक कंपनी Byju's के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने गुरुवार को एक टाउनहॉल में कंपनी के कर्मचारियों से बात की. तमाम उथल-पुथल और लेंडर्स के साथ कर्ज को लेकर विवाद के बीच ये पहली बार है जब खुद फाउंडर ने कर्मचारियों से आधिकारिक तौर पर बात की है.

बायजू रवींद्रन ने एक वीडियो कॉल के जरिए इस टाउनहॉल को संबोधित किया, जिसकी पूरी जानकारी BQ Prime के पास मौजूद है. इस मीटिंग में बायजू रवींद्रन ने माना है कि कंपनी कई मुश्किलों का सामना कर रही है और वो ये परेशानियां दूर करने पर काम कर रहे हैं.

टाउनहॉल में बोले बायजू रवींद्रन

टाउनहॉल में Byju's के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कहा, 'हमें टर्म लोन-B की परेशानी दूर करनी है. इसके साथ ही हमें जल्द से जल्द ऑडिट पूरा करने की जरूरत है और मुझे भरोसा है कि नए CFO के साथ हम ये पूरा कर पाएंगे. बोर्ड के पुनर्गठन में मुझे कोई चुनौती नहीं दिखाई देती है, ये कुछ हफ्तों में पूरा हो जाएगा'.

इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि अच्छी बात ये है कि हमारा स्टार्टअप पिछले 3 या 6 महीने के मुकाबले अब कहीं ज्यादा सक्षम हो गया है.

हम Byju's को मुनाफा कमाने वाला मजबूत बिजनेस बना रहे हैं. हमारा कारोबार शानदार है और फंडामेंटल्स के हिसाब से काफी मजबूत है. आगे जाकर आप हमें अच्छी ग्रोथ करते हुए देखेंगे. हमारे शुरुआती 5 साल ग्रोथ लाने में इस्तेमाल हुए. 2015-2020 के बीच जब हम सिर्फ Byju’s पर फोकस कर रहे थे तब हमने सिर्फ ग्रोथ नहीं बल्कि वास्तव में एफिशिएंट ग्रोथ के लिए काम किया. उसके बाद के 2 साल मार्केट में काफी सस्ती पूंजी की बाढ़ सी आ गई. कंपनी ने कुछ शानदार अधिग्रहण किए हैं और साथ में कुछ गलतियां भी हुई हैं
बायजू रवींद्रन, फाउंडर, Byju's

बायजू रवींद्रन ने आगे कहा, 'आपने देखा होगा कि हमने कैपिटल एलोकेशन किया है. आज हमारे पास 4 साल से 40 साल तक के लिए लोगों के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज हैं. हमने हजारों नौकरियां दीं जिनमें से ज्यादातर पढ़ाने वाले लोगों के लिए थीं. दुर्भाग्य से हमें बिजनेस मॉडल्स में बदलाव के वजह से कुछ नौकरियों में कटौती करनी पड़ी'.

कंपनी के फाउंडर ने कर्मचारियों से ये बातचीत ऐसे वक्त में की है जब कंपनी के बोर्ड के 3 सदस्य और ऑडिटर फर्म डेलॉयट ने कुछ ही वक्त पहले इस्तीफा दे दिया है और कंपनी अपने लेंडर्स के साथ $1.2 बिलियन के लोन को लेकर कानूनी लड़ाई में भी फंसी हुई है.

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