वर्क-लाइफ बैलेंस पर बोले रिशद प्रेमजी, नई पीढ़ी की परिभाषा है अलग

वर्क-लाइफ बैलेंस पर छिड़ी बहस के बीच अब विप्रो के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने अपनी राय दी है. उनकी राय इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति से काफी अलग है, जिन्होंने हर सप्ताह 70 घंटे काम करने की बात की थी. सुनिए क्या कहते हैं रिशद प्रेमजी-