इन दिनों मेटा (Meta) के 'Llama 3' की बहुत चर्चा है. आखिर यह 'लामा 3' है क्या, इसके फीचर क्या-क्या हैं? भविष्य में इसकी मदद से क्या-क्या काम आसानी से हो सकेंगे, इन सारी बातों पर एक नजर डालते हैं.
मेटा ने हाल ही में अपना नवीनतम AI मॉडल पेश किया है. इसे ही Llama3 कहा गया है. दावा किया जा रहा है कि यह अब तक का सबसे परिष्कृत और शानदार लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) है. 'लार्ज लैंग्वेज मॉडल मेटा एआई' (Large Language Model Meta AI) को ही संक्षेप में 'लामा' (Llama) कहा गया है.
दरअसल, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Al) पर आधारित कोई भी चैट-बॉट जैसी चीज लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) की बदौलत ही ज्यादा क्षमता से काम कर पाती है. इसी की मदद से चैट-बॉट के लिए इंसानों की भाषा को पढ़ना, समझना और तुरंत जवाब देना संभव हो पाता है.
जैसा कि नाम से ही साफ है, यह मेटा एआई के LLM के लामा परिवार का हिस्सा है. लामा को पहली बार करीब एक साल पहले पेश किया गया था. सबसे पहले आया लामा 1, फिर लामा 2. लामा 2 को लामा 1 की तुलना में 40% ज्यादा डेटा के साथ प्रशिक्षित किया गया था. बुनियादी तौर पर तो लामा 3 लामा 2 के आर्किटेक्चर पर ही आधारित है, लेकिन इसका डेटासेट लामा 2 में इस्तेमाल किए गए डेटासेट से 7 गुना बड़ा है. साथ ही इसमें 4 गुना ज्यादा कोड शामिल किए गए हैं.
जहां तक लामा 3 की खासियत की बात है, इसे दो साइज में जारी किया गया है- 8 बिलियन और 70 बिलियन. दरअसल, यह एक पैरामीटर है, जिससे किसी एआई मॉडल के आकार और जटिलता को मापा जाता है. दोनों ही साइज खास कामों के लिए, एक बेस मॉडल और एक निर्देश-ट्यून संस्करण प्रदान करते हैं. मेटा ने लामा 3 को सर्वश्रेष्ठ ओपन-सोर्स मॉडल के रूप में लाया है.
लामा 3 के सभी मॉडल 8,000 टोकन की कॉन्टेक्स्ट लेंथ को सपोर्ट करते हैं. यह लामा 2 या लामा 1 की तुलना में कहीं ज्यादा इंटरैक्शन और जटिल इनपुट हैंडलिंग की इजाजत देता है. यहां ज्यादा टोकन का मतलब है, यूजर से ज्यादा इनपुट और मॉडल से जवाब के रूप में ज्यादा सामग्री मिलना.
इस नए मॉडल को बेहतर सेफ्टी टूल्स के साथ डिजाइन किया गया है. कंपनी का कहना है कि लामा 3 को जिम्मेदार तरीके से विकसित किया जा रहा है, जिससे यह भरोसे और सुरक्षा के मानकों पर खरा उतरे.
कंपनी का कहना है कि लामा 3 अब तक का सबसे इंटेलिजेंट AI टूल है, जिसे स्वतंत्र रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है. लामा 3 को कंपनी के वर्चुअल असिस्टेंट Meta AI में एकीकृत किया गया है. इसका उपयोग फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप, मैसेंजर के साथ-साथ एक अलग वेबसाइट के तौर पर भी किया जाएगा. ठीक वैसे ही, जैसा कि Open AI की वेबसाइट पर ChatGPT मॉडल का इस्तेमाल कर पाते हैं. यह तस्वीरों को एनिमेट करने और तेजी से इमेज बनाने में भी सक्षम होगा.
इसका उपयोग मार्केटिंग, ग्राहक सेवाओं और कंपनी के अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वालों के लिए चैटबॉट में होगा. इसके इस्तेमाल को लेकर कंपनी अभी आधिकारिक तौर पर ज्यादा नहीं बता रही है. फिर भी यह मानने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि आगे चलकर इसका वैसे ही उपयोग किया जा सकेगा, जैसा कि इस जैसे दूसरे AI मॉडल का किया जा रहा है.
कंपनी का दावा है कि लामा 3 ने अब तक मौजूद हर तरह के बेंचमार्क को पीछे छोड़ दिया है. इससे भविष्य में लामा 3 को लेकर कई तरह की संभावनाएं नजर आती हैं. इसके जरिए रिसर्च, गंभीर मुद्दों पर विश्लेषण और हर तरह के लेख तैयार किए जा सकेंगे. कई भाषाओं से मनचाही भाषाओं में अनुवाद की सुविधा मिल सकेगी, जिससे 'ग्लोबलाइजेशन' और तेज होगा. पढ़ने-पढ़ाने की सामग्री तैयार हो सकेगी. कोडिंग से लेकर म्यूजिक तक, सब कुछ आसानी से सीखा जा सकेगा. मेडिकल सेक्टर में भी रिसर्च और अन्य तरह की सुविधाएं मिलने की उम्मीद है.
हालांकि हमें याद रखना होगा कि ये सब अभी संभावनाएं हैं. इसकी वास्तविक क्षमताओं को बड़े पैमाने पर आंका और परखा जाना अभी बाकी है. इसे इस्तेमाल करने वालों का फीडबैक सबसे ज्यादा मायने रखता है.