अपनी ड्रीम कार खरीदने का सपना किसका नहीं होता, लोन मिलना आसान है, फाइनेंसिंग के लिए कई कंपनियां तैयार बैठी हैं, ऐसे में नया ट्रेंड ये है कि EMI पर नई कार ले ली जाए. लेकिन, पहली कार खरीदने से पहले हमें इन बातों का ख्याल रखना होगा.
अक्सर कार खरीदते वक्त हम सिर्फ डाउनपेमेंट और EMI प्लान कर लेते हैं और कार के साथ जुड़े दूसरे खर्चों को नजरअंदाज कर देते हैं. कार बिना पेट्रोल-डीजल के तो चलेगी नहीं, इसके साथ इंश्योरेंस का भी एक बड़ा खर्च जुड़ा होता है. मेंटेनेंस, पार्किंग फीस और टोल फीस का भी ध्यान रखना होता है. इसके साथ कई ऐसे खर्चे हैं जो हमारे बस में नहीं हैं, जैसे चालान, छोटे-मोटे डेंट और डैमेज. कार खरीदने के पहले हमें इन खर्चों को भी सोच कर प्लान करना चाहिए और देखना चाहिए कि क्या हमारा बजट इन खर्चों के लिए भी तैयार है.
फाइनेंस के बड़े जानकारों ने एक फॉर्मूला बनाया है 50/30/20 का, जिसका मतलब है कि कमाई का 50% जरूरतों को पूरा करने पर खर्च करें, 30% अपनी इच्छाओं पर और बचा हुआ 20% सेव करें. अब अगर आपको कार लेनी है तो पहले अपने 30% वाले फंड को किसी SIP या अन्य सेविंग स्कीम में तब तक जमा करें जब तक आपकी डाउन पेमेंट की राशि इकट्ठा नहीं हो जाती. इसके अलावा कोशिश ये होनी चाहिए कि हमें कम से कम लोन लेना पड़े ताकि लोन पर लगने वाला ब्याज हमें न देना पड़े. जितना ज्यादा हम पेमेंट पहले करेंगे उतनी ही कम EMI देनी पड़ेगी और कार की लागत भी घट जाएगी.
तो बस आसान है, इन ट्रिक्स को अपनाएं और अपनी ड्रीम कार घर ले आएं.