मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के रिधम देसाई (Ridham Desai) का कहना है कि पॉजिटिव अर्निंग्स आउटलुक की वजह से FY24 भारतीय इक्विटी बाजारों के लिए अच्छा रहेगा.
फाइनेंशियल सर्विस फर्म मॉर्गन स्टेनली के MD रिधम देसाई ने BQ Prime के दिवाली खास शो 'साल मुबारक' में नीरज शाह से बातचीत के दौरान कहा कि तीसरी तिमाही और आने वाली दो तिमाहियों में अर्निंग्स आउटलुक पॉजिटिव दिख रहा है.
हालिया अर्निंग्स साइकल कोविड-19 के दौरान शुरू हुआ, और सरकार के पॉलिसी बदलावों से इसमें सक्रियता आई, जो कॉर्पोरेट्स के मुनाफे के लिए बेहतर साबित हुआ. उन्होंने बताया कि हमने GST, रियल एस्टेट रेगुलेशन एक्ट, कॉर्पोरेट टैक्स रेट में कटौती, इन्सेन्टिव्स में कमी सहित कई सुधार देखे हैं, जो बेहतर कॉर्पोरेट मुनाफे की ओर इशारा कर रहे हैं.
देसाई ने कहा कि नीति माहौल यानी की पालिसी में बदलाव के कारण GDP में कॉर्पोरेट प्रॉफिट का योगदान अपने पिछले उच्चतम स्तर से बढ़ सकता है. अगले तीन से चार वर्षों में कुल GDP का 8% तक जा सकता है.
देसाई का कहना है कि जब दुनिया भर में अनिश्चितता फैली हो, भारत का पॉजिटिव ग्रोथ आउटलुक ऐसे समय में पैसा निवेश करने के लिए देश को दुनिया में एक बेहतर जगह के रूप में पेश कर सकता है.
देसाई ने कहा कि GDP में 10% नॉमिनल ग्रोथ दर्ज की जा रही है. इसका मतलब है कि भारत में कॉर्पोरेट मुनाफा 20% तक बढ़ सकता है.
देसाई ने कहा कि सामान्य तौर पर अगर दुनिया संघर्ष करती है, तो उनकी तुलना में भारत अच्छा प्रदर्शन करेगा. दूसरे केस में, अगर दुनिया अच्छा प्रदर्शन करती है, विकास स्थिर होने लगता है, तो भारत तेजी से आगे बढ़ सकता है.
देसाई ने बताया कि ग्लोबल ग्रोथ के संदर्भ में फोकस अमेरिका पर है, क्योंकि चीन में सुधार के कुछ संकेत दिखाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ऊंची ब्याज दरों को धता बताते हुए सॉफ्ट लैंडिंग करती है, तो वैश्विक पृष्ठभूमि भारत के लिए अच्छी होगी.
देसाई के मुताबिक, जहां तक पश्चिम एशिया और पूर्वी यूरोप में चल रहे जियोपोलिटिकल संघर्षों का सवाल है, जब तक वे कच्चे तेल की कीमतों में तेजी नहीं लाते, तब तक ये भारत को प्रभावित नहीं करेगा.
भारतीय बाजारों के प्रदर्शन के लिए घरेलू इवेंट मुख्य फैक्टर होंगे. उन्होंने कहा कि घरेलू इवेंट्स में से आम चुनाव के नतीजे वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में बाजार के लिए महत्वपूर्ण फैक्टर साबित होगा. उन्होंने बताया कि ऐसी धारणा है कि लोग बहुमत वाली सरकार के लिए वोटिंग करेंगे. देसाई ने कहा, अगर आम चुनाव के नतीजे बाजार की उम्मीद के उल्टे रहे तो बड़ी गिरावट आ सकती है.