अक्टूबर का महीना शेयर बाजार के लिए एक बुरे सपने जैसा रहा. विदेशी निवेशकों (FPIs) की बिकवाली इस कदर हावी रही कि इस बिकवाली ने मार्च 2020 का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. बाजार में गिरावट भी काफी आई लेकिन इन सब के बीच घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने मोर्चा संभाला और बाजार में रिकॉर्ड निवेश भी किया है.
म्यूचुअल फंड्स की तरफ से इस निवेश की सबसे बड़ी वजह थी एक्टिवली मैनेज किए जाने वाले इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम में आ रहा बड़ा निवेश. बाजार में आई गिरावट का फायदा फंड मैनेजर्स ने तमाम सेक्टर्स में अपनी होल्डिंग में रीएलोकेशन कर के उठाया.
चलिए एक नजर डालते हैं उन शेयरों पर जिनके एलोकेशन में इस दौरान बदलाव देखने को मिला.
बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों ने पूरे बाजार की तुलना में गिरावट का बेहतर सामना किया. इसलिए जिन टॉप-5 शेयरों के एलोकेशन में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली उनमें से 3 इस सेक्टर के ही थे.
ओवरऑल एलोकेशन के आंकड़े को देखें तो HDFC बैंक के एलोकेशन में 0.31% की ग्रोथ रही, ICICI बैंक में भी 0.31% की ग्रोथ रही वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एलोकेशन में 0.19% की बढ़त देखने को मिली.
जिन शेयरों के एलोकेशन में सबसे ज्यादा गिरावट रही उनमें मारुति सुजुकी 0.12% की गिरावट के साथ टॉप पर रहा और इसके बाद चोलामंडलम फाइनेंस रहा जिसके एलोकेशन में 0.11% की गिरावट देखने को मिली.
इस लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज भी शामिल रहा. शेयरों के प्रदर्शन के लिहाज से रिलायंस के लिए अक्टूबर का महीना पिछले 2 साल में सबसे खराब महीना रहा.