वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने अंतरिम बजट (Interim Budget 2024) में महिलाओं और गरीबों के लिए कई खास ऐलान किए हैं. बजट स्पीच के दौरान सीतारमण ने सरकार द्वारा किए गए कामकाज को भी दोहराया.
वित्त मंत्री ने साफ कहा कि सरकार का टारगेट महिलाओं, युवा, गरीब और किसानों पर है. इस दौरान महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में असमानता को दूर करने की कोशिश की गई है, ताकि बड़ा सामाजिक परिवर्तन लाया जा सके. यहां जानते हैं बजट स्पीच में वित्त मंत्री ने महिलाओं से जुड़ी क्या-क्या बातें कीं.
वित्त मंत्री ने स्पीच में कहा कि सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई काम किए हैं. इसके तहत तीन तलाक को अवैध बनाया गया, महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण की व्यवस्था की गई. इससे देश की अर्थव्यवस्था अच्छा कर रही है. देश की जनता अच्छा कमा रही है. समय पर योजनाओं का कार्यान्वयन हो रहा है.
वित्त मंत्री ने कहा कि अब तक 1 करोड़ लखपति दीदी बनाई जा चुकी हैं. अब सरकार का लक्ष्य 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है. पहले ये टारगेट 2 करोड़ का था. इसी तरह 9 करोड़ महिलाओं के सहयोग से 83 लाख सेल्फ हेल्प ग्रुप चलाए जा रहे हैं, जो ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदल रहे हैं.
वित्त मंत्री ने बताया कि बीते 10 साल में महिलाओं को 30 करोड़ रुपये का मुद्रा ऋण उपलब्ध कराया गया है. इसका मकसद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है. आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है.
हमारे प्रधानमंत्री का पूर्ण विश्वास है कि हम गरीब, महिला, युवा और अन्नदाता किसान के लिए काम करें. उनका कल्याण हमारी प्राथमिकता है. इन सभी को सरकारी सुविधाएं मिलनी चाहिए, जिससे कि हमारा देश सशक्त हो सके.
इसके अलावा आयुष्मान भारत कवर सभी आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं तक बढ़ाया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि सभी मातृ और शिशु स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं को एक व्यापक योजना के तहत लाया जाएगा