बजट 2024 विस्तार से इकोनॉमी की मौजूदा जरूरत को एड्रेस कर रहा है. यही नहीं ये बजट मुख्य प्राथमिकताओं पर फोकस में रखकर इकोनॉमी के ट्रांसफॉर्मेशन के लिए जमीन तैयार करेगा. CII के प्रेसिडेंट संजीव पुरी ने बजट को लेकर ये बात कही है.
उन्होंने कहा है कि इससे तीन प्राथमिकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी. पहला इन्क्लूसिव ग्रोथ के लिए इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा दूसरा वित्तीय कंसोलिडेशन होगा और तीसरा क्लाइमेट इमरजेंसी से निपटने में मदद मिलेगी. ये बजट इकोनॉमी को ज्यादा कंपटीटिव बनाने और खपत बढ़ाने में मददगार साबित होगा. साथ ही फ्यूचर ग्रोथ के लिए क्षमता बढ़ाने में भी सहायता मिलेगी.
पुरी ने NDTV से कहा, 'हमारे सामने तीन प्राथमिकताएं हैं. इससे तीनों प्राथमिकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी. पहला इन्क्लूसिव ग्रोथ के लिए इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा दूसरा वित्तीय कंसोलिडेशन होगा और तीसरा क्लाइमेट इमरजेंसी से निपटने में मदद मिलेगी.
FY25 के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए आवंटन 11.11 लाख करोड़ रुपये रहा. पुरी ने कहा, पब्लिक कैपेक्स और संबंधित नीतियों पर निरंतर जोर देने के साथ, फिस्कल ग्लाइड पाथ हमारी अपेक्षाओं से अधिक है.
उन्होंने कहा, ये बजट एक पॉजिटिव स्टेप है. ये बजट इकोनॉमी को ज्यादा कंपटीटिव बनाने और खपत बढ़ाने में मददगार साबित होगा. साथ ही फ्यूचर ग्रोथ के लिए क्षमता बढ़ाने में भी सहायता मिलेगी.
पुरी ने ये बताया कि रोजगार और एम्प्लॉयबिलिटी के मुद्दों को अच्छी तरह से कवर किया गया है. इसके साथ प्रोडक्टिविटी और रेसिलिएंस के संदर्भ में कृषि क्षेत्र पर व्यापक रूप से ध्यान दिया गया है.
पुरी ने कहा, बजट में इज ऑफ डूइंग बिजनेस और अगली पीढ़ी के सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है. इसमें भूमि और रोजगार योजनाओं के संबंध में मजबूत इरादे व्यक्त किए गए हैं.